पिता लालू की रिहाई के लिए तेजप्रताप राष्ट्रपति को आजादी पत्र लिख रहे हैं। इसी सिलसिले में बिहार राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह के कार्यालय पहुंचे थे। तेजप्रताप ने आरोप लगाया कि उन्होंने आजादी पत्र नहीं लिखा है। उनके जैसे लोग ही लालू की बीमारी का कारण हैं। तेजप्रताप ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘मैं यहां आया हूं लेकिन जगदानंद सिंह अपने चैम्बर में बैठे हैं। उन्होंने ‘आजादी पत्र’ नहीं लिखा है। मेरे पिता की बीमार का कारण उनके जैसे लोग ही हैं।
तेजप्रताप यादव इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने कहा कि पार्टी का अध्यक्ष ऐसा होना चाहिए जो जनता के बीच का हो। यहां पर तो विधायक को भी मिलने के लिए अर्जी देनी पड़ती है। ऐसे में आप सोच सकते हैं कि आम जनता की क्या स्थिति होगी? तेजप्रताप ने कहा कि राजद गरीबों और आम लोगों की पार्टी है। लेकिन जगदानंद सिंह तानाशाही कर रहे हैं। उन्होंने जदगानंद सिंह पर पार्टी को बर्बाद करने तक का आरोप लगा दिया। तेजप्रताप ने कहा कि मैं हसनपुर का विधायक हूं और यहां पर एक घंटे से खड़ा हूं, लेकिन अभी तक वे मिले नहीं।
इस पूरे प्रकरण पर जब राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से पूछा गया तो उन्होंने इसे पार्टी का अंदरूनी मामला है। उन्होंने कहा, ‘सभी ‘आजादी पत्र’ एक दिन में नहीं लिखे जा सकते हैं। यह काम चल रहा है। अगर किसी को पार्टी की चिंता है तो यह अच्छी बात है। यह सब पार्टी का अंदरूणी मामला है।’ तेजप्रताप यादव से नहीं मिलने के सवाल पर जगदानंद सिंह ने कहा कि मुझे इस बारे बारी में जानकारी नहीं थी।