राज्यसभा में सांसद गुलाम नबी आजाद सहित चार सांसदों का कार्यकाल पूरा हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में फेयरवेल स्पीच दी। प्रधानमंत्री उनकी तारीफ करते हुए राज्यसभा में भावुक हो गए। वहीं अपने विदाई भाषण में कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद भी आंखों से आंसू नहीं रोक पाए। उन्होंने कहा कि मैं उन सौभाग्यशाली लोगों में से हूं, जो कभी पाकिस्तान नहीं गए। उन्होंने सदन में बताया कि जब मैं पाकिस्तान में परिस्थितियों के बारे में पढ़ता हूं, तो मुझे एक हिंदुस्तानी मुस्लिम होने पर गर्व महसूस होता है। मोदी ने कहा कि गुलाम नबी जी जब मुख्यमंत्री थे, तो मैं भी एक राज्य का मुख्यमंत्री था। हमारी बहुत गहरी निकटता रही। एक बार गुजरात के कुछ यात्रियों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया, 8 लोग उसमें मारे गए। सबसे पहले गुलाम नबी जी का मुझे फोन आया। उनके आंसू रुक नहीं रहे थे। मैं अपने अनुभवों और स्थितियों के आधार पर गुलाम नबी आजाद जी का सम्मान करता हूं। मुझे यकीन है कि उनकी दया, शांति और राष्ट्र के लिए प्रदर्शन करने का काम हमेशा चलता रहेगा। वह हमेशा जो कुछ भी करते हैं वह मूल्यवान होगा।