नई दिल्ली: Opposition, including Congress, Trinamool Congress, DMK and others demanding withdrawal of three new agricultural laws in controversy विवादों में घिरे तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक सहित अन्य विपक्षी पार्टियों के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही बाधित रही। प्रश्न काल के दौरान एक अन्य सवाल के जवाब में नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, मुद्दे के समाधान के लिये सरकार एवं आंदोलनकारी किसान संगठनों के बीच ग्यारह दौर की वार्ता हुई है और सरकार ने कृषि कानूनों में संशोधन के बारे में एक के बाद एक कई प्रस्ताव रखे हैं। कृषि मंत्री ने कहा, सरकार किसानों से जुड़े मुद्दों पर संसद के अंदर और बाहर चर्चा करने को तैयार है। कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि नए कृषि कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य से खरीद प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में कृषि सुधार कानूनों के कार्यान्वयन पर रोक लगा दी है। नरेंद्र तोमर ने कहा कि हम किसानों के मुद्दे पर बातचीत के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन इसके लिए सदन को बिना रुकावट के चलाया जाए। अगर शोर शराब नहीं होता तो चर्चा शुरू हो चुकी होती। कृषि मंत्री का जवाब लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के दौरान 170 किसानों की मौत हो गई है। किसानों पर अत्याचार हो रहा है। हालात ब्रिटिश काल की तरह हैं।