देश में जल्द ही कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने की उम्मीद
:देश में तैयार हो रहे कोरोना वायरस के तीन वैक्सीन को केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) की हरी झंडी मिलने का इंतजार है। फाइजर, एसआईआई और भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन पर तेजी से विचार किया जा रहा है और उम्मीद की जा रही है तीनों ही टीकों या फिर किसी एक को जल्दी ही वैक्सीन के लिए लाइसेंस की मंजूरी मिल जाएगी।
दिल्ली:देश में तैयार हो रहे कोरोना वायरस के तीन वैक्सीन को केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) की हरी झंडी मिलने का इंतजार है। फाइजर, एसआईआई और भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन पर तेजी से विचार किया जा रहा है और उम्मीद की जा रही है तीनों ही टीकों या फिर किसी एक को जल्दी ही वैक्सीन के लिए लाइसेंस की मंजूरी मिल जाएगी। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने नई दिल्ली में मंगलवार शाम को स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हमारे देश में पॉजिटिव केसों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है और वर्तमान में ऐसे मरीजों की संख्या दर 6.5 प्रतिशत है, जबकि पिछले सात दिनों का पॉजिटिविटी रेट 3.2% है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रति दस लाख लोगों पर कोरोना वायरस के मामलों में अगर हम विश्व के बड़े देशों से भारत की तुलना करें तो वहां भारत से सात-आठ गुना ज़्यादा मामले हैं।
वैक्सीन को लेकर भूषण ने बताया कि तीन वैक्सीन प्री-क्लीनिकल स्टेज में हैं और 6 वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल में हैं। ये 2-3 डोज वाले वैक्सीन हैं, अधिकांश 2 डोज वाले वैक्सीन हैं। हर डोज़ के बीच की दूरी 3-4 हफ़्ते की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सितंबर के मध्य से भारत में कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार गिरावट है।
मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण की तैयारी के संबंध में को-विन सॉफ्टवेयर पर अग्रिम मोर्चे के स्वास्थ्यकर्मियों के बारे में आंकड़ा अपलोड किया जा रहा है। स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले कर्मियों के लिए तीन करोड़ कोविड-19 टीके की पहली खेप को भंडारित करने के वास्ते मौजूदा शीत भंडारण की व्यवस्था पर्याप्त है।
मंत्रालय ने कहा कि एनईजीवीएसी ने सिफारिश की है कि कोविड-19 टीकाकरण में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 2.38 लाख एएनएम टीकाकरण में हिस्सा लेती हैं, कोविड-19 टीकाकरण के लिए 1.54 लाख एएनएम का इस्तेमाल होगा।