कोविड-19 में पीएम ने कोरोना के खिलाफ दुनिया को आगे बढ़ने की राह भी दिखाई: नड्डा

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तराखंड के प्रदेश भाजपा कार्यालय का भूमिपूजन किया और इसका शिलान्यास किया।

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तराखंड के प्रदेश भाजपा कार्यालय का भूमिपूजन किया और इसका शिलान्यास किया। इस अवसर पर उत्तराखंड से मंच पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत, प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, राज्य सरकार में मंत्री धन सिंह रावत, तिहरी-गढ़वाल की सांसद महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, गढ़वाल के सांसद तीरथ सिंह रावत, प्रदेश संगठन महामंत्री अजय कुमार एवं कार्यालय की व्यवस्था देख रहे अनिल गोयल के साथ बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।

नड्डा ने सर्वप्रथम समस्त देशवासियों को शक्ति उपासना के महापर्व नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं दी और उत्तराखंड के पार्टी कार्यकर्ताओं को प्रदेश कार्यालय के भूमिपूजन और शिलान्यास की बधाई दी। उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन को सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्यकर्ता, कार्यक्रम, कोष, कार्यकारिणी और इस सबके लिए कार्यालय की जरूरत होती है। मुझे इस बात की ख़ुशी है कि सभी आधुनिक सविधाओं से सुसज्जित कार्यालय जल्द ही बन कर तैयार होगा और आने वाले 50 वर्षों तक प्रदेश में संगठन के विस्तार में अपनी निर्णायक भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यालय पार्टी कार्यकर्ताओं को संस्कारित भी करता है। देश की बाकी पार्टियों में परिवार ही पार्टी है जबकि भाजपा के लिए पार्टी ही परिवार है। जब किसी नेता के घर से कार्यालय का संचालन होता है तो संगठन व्यक्ति विशेष की हो जाती है। चाहे कांग्रेस हो या अन्य क्षेत्रीय दल, सभी पार्टियां परिवार तक ही सीमित हो गई हैं। भारतीय जनता पार्टी जैसी कैडर आधारित मास पार्टी के लिए कार्यालय बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। संगठन के निर्माण में कार्यालय की बड़ी भूमिका होती है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण काल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में न केवल देश का आगे बढ़ कर नेतृत्व किया बल्कि उन्होंने दुनिया को आगे बढ़ने की राह भी दिखाई है। कोरोना संक्रमण के शुरूआती चरणों में जब दुनिया के शक्तिशाली देश भी फैसला नहीं ले पा रहे थे कि मानवता को बचाने की लड़ाई लड़ी जाय या फिर आर्थिक विकास पर फोकस किया जाय। उन देशों में अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था होने के बावजूद उनका सिस्टम चरमरा गया था और वे असहाय महसूस कर रहे थे। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मानवता को बचाने के लिए कोरोना से लड़ाई लड़ने का एलान किया और समय पर लॉकडाउन का निर्णय लेते हुए 130 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की। लॉकडाउन की शुरुआत में जहाँ देश में एक भी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल नहीं था, वहीं आज 1,500 से अधिक डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल्स हैं। इसी तरह आज लगभग 1,800 टेस्टिंग लैब्स हैं जहां रोजाना लगभग 12 लाख से अधिक टेस्टिंग हो रही है जबकि शुरुआत में हमारी क्षमता महज 1,500 टेस्टिंग प्रतिदिन की ही थी। लॉकडाउन की शुरुआत में जहां हम पीपीई किट, फेस मास्क और वेंटिलेटर के लिए आयात पर निर्भर थे, वहीं आज हम इसका निर्णय कर पा रहे हैं। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से आज प्रतिदिन 4 लाख से अधिक पीपीई किट का उत्पादन हो रहा है, वेंटिलेटर्स का उत्पादन हो रहा है।

नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने 1.70 लाख करोड़ रुपये की गरीब कल्याण योजना और 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत अभियान के जरिये न केवल अर्थव्यवस्था को नई गति दी बल्कि देश के लगभग 80 करोड़ गरीब लोगों के सशक्तिकरण का कदम भी उठाया। संक्रमण काल में देश के साढ़े आठ करोड़ से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि की लगभग दो किस्तें जारी की गई। एक लाख करोड़ रुपये की एग्रिकल्चरल इन्फ्रास्ट्रक्चर की योजना को शुरू की गई है। लॉकडाउन के दौरान मोदी सरकार ने 20 करोड़ महिला जन-धन खाता धारकों के एकाउंट में पांच-पांच सौ रुपये की तीन किस्तें अर्थात् प्रत्येक को 1,500 रुपये, तीन करोड़ दिव्यांगों, विधवाओं एवं बुजर्गों को हजार-हजार रुपये और उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ से अधिक महिलाओं को तीन मुफ्त गैस सिलिंडर के रूप में 13,000 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद पहुंचाई। प्रधानमंत्री जी ने देश के 80 करोड़ गरीबों एवं प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन से राहत देने के उद्देश्य से दिवाली-छठ यानी नवंबर माह तक मुफ्त राशन की व्यवस्था की है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSMEs) के कल्याण एवं रोजगार सृजन करने हेतु तीन लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। मोदी है तो मुमकिन है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में भारतीय जनता पार्टी ‘सेवा ही संगठन’ के रूप में प्रतिष्ठित हुई। लॉकडाउन के दौरान जहां सभी पार्टियों ने अपने आप को लॉकडाउन कर लिया था, वहीं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मानवता की सेवा में जी-जान से लगे रहे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन के दौरान 29 करोड़ से अधिक फ़ूड पैकेट्स, 5 करोड़ से अधिक राशन किट्स का वितरण किया और लगभग 7 करोड़ फेस कवर का वितरण किया। पार्टी की उत्तराखंड इकाई ने भी मानवता की सेवा में बढ़-चढ़ कर भाग लिया और दुर्गम इलाकों तक में जाकर जरूरतमंदों की सेवा की। प्रदेश की भाजपा सरकार और संगठन, दोनों ने मिलकर प्रवासी मजदूरों की टेस्टिंग, क्वारंटाइन फैसिलिटी, भोजन और दवाइयों की व्यवस्था की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं पार्टी कार्यालय आकर प्रदेशों की ‘सेवा ही संगठन’ की रिपोर्टिंग ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किस तरह से पार्टी ने लॉकडाउन के दौरान मानवता की सेवा की, इस पर भारतीय जनता पार्टी संयुक्त राष्ट्र संघ की नौ आधिकारिक भाषाओं में ई-बुक लॉन्च करने जा रही है। मैं मानवता की सच्ची सेवा करने के लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को हृदय से साधुवाद देता हूँ। प्रदेश भाजपा ईकाई ने इस दौरान संपर्क अभियान में भी काफी अच्छा कार्य किया है। 70 से अधिक वीडियो कांफ्रेंस और मोर्चों की 180 से अधिक वीडियो वार्ताएं आयोजित की गई।

नड्डा ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने एकात्म मानववाद के सिद्धांत का प्रतिपादन करते हुए सब के कल्याण की बात कही थी। जब तक सब सुखी न हों, तब तक समाज का विकास नहीं हो सकता। इसी एकात्म मानववाद की अवधारणा से ‘अन्त्योदय’ अर्थात समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा में लाने की नीति बनी और अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ हमारा मूल मंत्र बना है। चाहे उज्ज्वला योजना हो, आयुष्मान भारत हो, जन-धन योजना हो, कृषि सुधार हो, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि हो या अन्य योजनायें – सबके केंद्र में देश के गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित और वंचितों का उत्थान ही है।

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