नई दिल्ली। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में हवाई सर्वेक्षण कर प्रधानमंत्री ने यास तूफान से मची तबाही का जायजा लिया है। पीएम ने तत्काल 1 हजार करोड़ रुपए के राहत पैकेज का भी ऐलान किया है। इसमें से 500 करोड़ ओडिशा और 500 करोड़ पश्चिम बंगाल-झारखंड के लिए दिए गए हैं।
मीटिंग में पीएम को 30 मिनट करना पड़ा इंतजार
रिव्यू मीटिंग में पीएम मोदी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ को करीब 30 मिनट इंतजार करना पड़ा। क्योंकि बंगाल की सीएम ममता बनर्जी मीटिंग में आधे घंटे की देरी से पहुंची। सरकारी सूत्रों ने दावा किया है कि पीएम और राज्यपाल ने रिव्यू मीटिंग में शामिल होने के लिए बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का 30 मिनट तक इंतजार किया।
बताया जा रहा है कि मीटिंग में 30 मिनट देर से पहुंचने के बाद ममता बनर्जी ने चक्रवात के असर से जुड़े दस्तावेज केंद्र सरकार के अधिकारियों को सौंप दिए और फिर वहां से चली गईं। उनका कहना था कि उन्हें दूसरी मीटिंगों में हिस्सा लेना है।इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर कहा कि टकराव का ये रुख राज्य या लोकतंत्र के हित में नहीं है। सीएम और अधिकारियों द्वारा गैर-भागीदारी संवैधानिकता या कानून के शासन के अनुरूप नहीं है।
जानकारी नहीं थी कि पीएम के साथ बैठक है: ममता बनर्जी
वहीं ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्हें जानकारी नहीं थी कि पीएम मोदी के साथ उनकी बैठक है। उन्होंने कहा-पीएम ने बैठक बुलाई थी। हमें जानकारी नहीं थी कि मीटिंग दीघा में है। मैं कलाईकुंडा चली गई। मैंने पीएम को रिपोर्ट दी है। दीघा और सुंदरबन के विकास के लिए 20 हजार करोड़ और 10 हजार करोड़ की मांग की गई है। मैंने पीएम से कहा कि मेरी राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक है।