- ऑक्सीजन की आपूर्ति चार गुना बढ़ाई गयी
- लोगों को सही सलाह मिलना जरूरी
नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने राहत की खबर देते हुए कहा कि आजसुबह तक 12,71,00,000 से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं।
मृत्यु दर 1.18 फीसदी है जो लगातार कम हो रही है। परसो देश में 1.93 फीसदी लोगआईसीयू बेड पर थे तो आज 1.75 फीसदी हैं। परसो वेंटिलेटर पर 0.40 फीसदी लोग थे ज भी इतने ही हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को देश में ऑक्सीजन सपोर्ट पर 4.29 फीसदी लोग थे जो आज 4.03 फीसदी हैं।
पिछले साल भी 80 फीसदी से ज्यादा लोग होम आइसोलेशन में रहते थे।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि लोगों में कोरोना को लेकर बहुत पैनिक है। जरूरी है कि लोगों को सही सलाह मिले। इस समय कई जगह अस्थायी अस्पताल बनाए जा रहेहैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हालात की निगरानी कर रहे हैं। इस मसले पर लगातारमीटिंग कर रहे हैं। वैक्सीनेशन का कैम्पेन तेजी से आगे बढ़ रहा है।
वैक्सीनेशन का कैम्पेन तेजी से आगे बढ़ रहा है
1 मई से इसमें कई बदलाव होने वाले हैं। सरकार पूरी तरह सजग है। 2021 में हम 2020 के मुकाबले कई गुना ज्यादा अनुभवी हैं। हमने जीरो से सीखा है। अब वह अनुभव काम आएगा। देश में बेकाबू वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। लगातार कोरोना संक्रमण के मरीजों और कोविड से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि ने सरकार से लेकर आम लोगों तक की चिंता बढ़ा दी है।
कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने के साथ ही देश में अस्पतालों की हालत बेहद खराब नजर आ है। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत है। वहीं देश में मंगलवार को बीते 24 घंटों में 2.56 लाख से अधिक नए कोरोना मरीज मिले और करीब 1,757 लोगों की संक्रमण के चलते जान चली गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों को भारत की यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।
कई राज्यों में ऑक्सीजन की किल्लत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से ऑक्सीजन की किल्लत की खबरें आ रही हैं। इस बीच केंद्र सरकार सभी राज्यों में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठा रही है। सूत्रों के मुताबिक, फरवरी से अंतिम सप्ताह से लेकर लेकर 17 अप्रैल तक ऑक्सीजन की आपूर्ति 1,273 मीट्रिक टन से चार गुना ज्यादा बढ़ाई गई है।