भारत 101 वें पायदान पर
सुशील उपाध्याय
मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि जब सामने खाने से भरी हुई थाली मौजूद हो, तब आप अपनी भुखमरी के दिनों को याद करने लगे तो यह एक प्रकार का मानसिक असंतुलन है। मुझे लगता है कि इस तरह का असंतुलन हमारे आसपास बहुत लोगों को महसूस होता होगा।
उन स्थितियों, परिस्थितियां के लिए, जो सीधे आपके नियंत्रण…
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