जनजाति, आदिवासी, जौनसारी शामिल नहीं फिर कैसा समान नागरिक कानून!
डॉ गोपाल नारसन
समान नागरिक संहिता का अभिप्राय है ,देश या राज्य में प्रत्येक नागरिक के लिए एक ही कानून होगा यानि कोई जातिगत व धर्मगत अथवा क्षेत्रगत आधार पर कोई भेदभाव कानून में नही होगा।यह अच्छा भी है कि प्रत्येक नागरिक को एक समान कानून से अनुशासित दायरे में रखा जाए।इस समान नागरिक कानून के लागू…
Read More...
Read More...