एक लाख के पिल्ले का मुंह चाटते हुए!
सुशील उपाध्याय
जिनके पास वैभव है, ताकत है, वे इन्हें भोग सकते हैं। इसमें कोई बुराई नहीं दिखती, लेकिन जब पैसे और ताकत का अश्लील प्रदर्शन सोशल मीडिया तक पहुंच जाए तो सवाल उठते ही हैं और उठने भी चाहिएं।
उदाहरण ढूंढने के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं है और न ही किसी खास समुदाय या वर्ग को देखने की…
Read More...
Read More...