तीन दशक में छह बार बदल दी न्यूनतम अर्हता!
सुशील उपाध्याय।
भारत में उच्च शिक्षा की सर्वोच्च नियामक संस्था यूजीसी तीन दशक से अधिक समय में अंतिम रूप से ये तय नहीं कर पा रही है कि विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में सहायक प्रोफेसरों की अर्हता क्या होना चाहिए। 1991 से 2023 के 32 सालों में औसतन हर पांच साल में न्यूनतम अर्हता को परिवर्तित…
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