बांग्लादेशी हिन्दू और हंगरी के यहूदी
सुशील उपाध्याय
सियारों के गिरोह जब आपस में लड़ते हैं तो एक वक्त ऐसा आता है कि उन्हें खुद यह नहीं पता होता कि वे किससे और किसके लिए लड़ रहे हैं। यही स्थिति धर्मांध लोगों की भी होती है।
उनकी लड़ाई तो धर्म की रक्षा के नाम पर शुरू होती है और आखिर में वे अपने समाज, देश, संस्कृति और धर्म, इन सबको…
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