ये देश है या माफियाओं का राजनीतिक तंत्र?
आलेख : महेंद्र मिश्र
माफिया केंद्र को चला रहा है या फिर केंद्र माफियाओं के सहारे चल रहा है, कुछ कह पाना मुश्किल है। देश और विदेश से सामने आयी दो सूचनाओं ने न केवल एक गणतंत्र के रूप में भारत की पहचान को शर्मसार किया है, बल्कि भारत की 70 सालों की आधुनिक लोकतांत्रिक विरासत को भी कलंकित कर दिया…
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