वाशिंगटन। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में क्रांतिकारी योगदान देने वाली अमेरिकी चिप निर्माता कंपनी एनवीडिया ने एक नया इतिहास रच दिया है। ताइवान में जन्मे अमेरिकी व्यवसायी जेन्सेन हुआंग द्वारा स्थापित इस कंपनी का बाजार मूल्य अब 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है। यह उपलब्धि न केवल एनवीडिया की तकनीकी श्रेष्ठता को दर्शाती है, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में इसकी रणनीतिक भूमिका को भी रेखांकित करती है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एनवीडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेन्सेन हुआंग की बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात हुई, उसी दिन कंपनी का मूल्यांकन 5 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच गया। कुछ साल पहले तक यह कल्पना करना भी मुश्किल था कि एक एआई चिप निर्माता कंपनी दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची में शीर्ष पर होगी।
पिछले चार महीनों में ही एनवीडिया ने अपने बाजार मूल्य में 1 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा किया है। कंपनी के चिप्स अब दुनिया भर के डेटा केंद्रों की रीढ़ बन चुके हैं। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जेसन फुरमैन के मुताबिक, एनवीडिया के चिप्स पर आधारित डेटा केंद्रों में निवेश ने इस वर्ष की पहली छमाही में अमेरिका की GDP वृद्धि में 92 प्रतिशत योगदान दिया है। उनके अनुसार, यदि एनवीडिया न होती, तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर मात्र 0.1 प्रतिशत रह जाती।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि एनवीडिया की तेज रफ्तार वॉल स्ट्रीट और निवेशकों दोनों के लिए चेतावनी भी है। डीपवाटर एसेट मैनेजमेंट के प्रबंध निदेशक जीन मुंस्टर ने कहा, “हम एआई के भविष्य को लेकर बेहद आशावादी हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह तकनीक अपने वादों पर खरी उतरेगी? फिलहाल इसकी उपयोगिता सीमित है।”
गौरतलब है कि जेन्सेन हुआंग ने 1993 में एनवीडिया की स्थापना की थी। वह ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) तकनीक के जनक माने जाते हैं, जिसने बाद में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की दिशा ही बदल दी। आज एनवीडिया के चिप्स दुनिया भर में डेटा, गेमिंग, रोबोटिक्स और स्वचालित वाहनों की तकनीक का आधार बन चुके हैं।