लंढौरा (हरिद्वार)। शिक्षा को प्रोत्साहन और पठन-पाठन की संस्कृति को मजबूत करने के उद्देश्य से चमनलाल स्वायत्त महाविद्यालय में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के सहयोग से पुस्तक प्रदर्शनी और निशुल्क पुस्तक वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को लगभग 2000 किताबें निःशुल्क वितरित की गईं।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों में गजब का उत्साह देखने को मिला। उन्हें अपनी पसंद और विषयानुसार पुस्तकें चुनने और अधिकतम 10 किताबें लेने की अनुमति दी गई थी। प्रदर्शनी में कॉमर्स, कृषि, गृहविज्ञान, मानविकी, आर्ट्स, पुस्तकालय विज्ञान और साइंस के प्रमुख विषयों से जुड़ी किताबें रखी गई थीं।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय ने बताया कि इन पुस्तकों में से अधिकांश उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में उपलब्ध कराई गईं थीं, जो अब छात्रों के प्रत्यक्ष उपयोग में लाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल से न केवल विद्यार्थियों को शैक्षणिक सहयोग मिलेगा, बल्कि पढ़ने की आदत को भी बढ़ावा मिलेगा।
महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा ने बताया कि चमनलाल कॉलेज हमेशा से जरूरतमंद विद्यार्थियों को शिक्षा और संसाधनों में सहायता प्रदान करता रहा है। इस वर्ष इस पहल को और व्यापक बनाया गया है तथा इसे वार्षिक गतिविधि के रूप में आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने समाज के लोगों से अपील की कि वे अपने घरों में रखी अतिरिक्त किताबें महाविद्यालय को दान करें ताकि अन्य विद्यार्थी भी लाभान्वित हो सकें।
महाविद्यालय के सचिव अरुण हरित ने छात्रों से आग्रह किया कि वे इन पुस्तकों को पढ़ने के बाद अन्य जरूरतमंद विद्यार्थियों तक पहुँचाएँ, जिससे ज्ञान का विस्तार हो सके।
कार्यक्रम का सफल संयोजन आईक्यूएसी की निदेशक डॉ. दीपक अग्रवाल और मुक्त विश्वविद्यालय के केंद्र समन्वयक डॉ. अनुराग शर्मा ने किया।