बीजापुर में इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में नक्सल विरोधी अभियान तेज, ऑपरेशन के तीसरे दिन दो नक्सली ढेर

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्थित इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में चल रहे व्यापक नक्सल विरोधी अभियान के तीसरे दिन सुरक्षाबलों ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। शनिवार को, सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान दो नक्सलियों को मार गिराया और उनके पास से स्वचालित हथियार भी बरामद किए गए।

बीजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने पुष्टि करते हुए बताया कि यह ऑपरेशन डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG), स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और कोबरा बटालियन द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। यह इलाका लंबे समय से नक्सलियों का सुरक्षित गढ़ माना जाता रहा है, और हालिया कार्रवाई ने उनकी गतिविधियों पर बड़ा असर डाला है।

इस ऑपरेशन की शुरुआत गुरुवार को हुई थी, जब बलों ने एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली और केंद्रीय समिति के सदस्य सुधाकर को मुठभेड़ में मार गिराया। इसके अगले ही दिन शुक्रवार को, तेलंगाना राज्य समिति के 25 लाख के इनामी सदस्य भास्कर को भी सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया। कुल मिलाकर, ऑपरेशन के तीन दिनों में दो शीर्ष कमांडरों समेत चार नक्सलियों को मार गिराया गया है।

यह अभियान उस व्यापक रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत सुरक्षा बल उन क्षेत्रों को टारगेट कर रहे हैं जहां नक्सली पहले खुद को सुरक्षित महसूस करते थे। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान और उसके आसपास के जंगल लंबे समय से नक्सली ठिकानों के रूप में इस्तेमाल होते रहे हैं। अब उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।

इससे पहले 21 मई को बीजापुर के कर्रेगुट्टा इलाके में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी, जिसमें कुल 31 नक्सली मारे गए थे। इसमें सबसे बड़ा नाम बसवा राजू का था, जिस पर 1.5 करोड़ रुपये का इनाम था। ये मुठभेड़ नक्सली नेटवर्क की रीढ़ तोड़ने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक पूरे क्षेत्र से नक्सल प्रभाव समाप्त नहीं कर दिया जाता। इस सफलता से सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा है, वहीं आम नागरिकों में भी राहत और विश्वास की भावना देखी जा रही है।

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