पौड़ी गढ़वाल। मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत पूर्व सैनिक वीरांगनाओं और उनकी पुत्रियों को ड्रोन दीदी के रूप में रोजगारपरक प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया है। यह पहल महिलाओं को तकनीकी दक्षता के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बेहतर साबित होगी।
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी लैंसडाउन वीरेन्द्र प्रसाद भट्ट ने बताया कि लैंसडौन क्षेत्र के तहत आने वाली सभी वीरांगनाओं और उनकी पुत्रियों को इस योजना का लाभ लेने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। बताया कि इच्छुक अभ्यथीर् 8 तक अपना नाम जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय, लैंसडौन में पंजीकृत करा सकते हैं।
सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि इस पहल के माध्यम से जहां एक ओर महिलाओं को रोजगार के नवीन अवसर प्राप्त होंगे, वहीं दूसरी ओर ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में उनकी भागीदारी भी सुनिश्चित की जा सकेगी।