भद्रवाह । ऑपरेशन सद्भावना के तहत एक दयालु आउटरीच प्रयास में भद्रवाह में स्थित भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स इकाई ने जम्मू और कश्मीर के भद्रवाह के उच्च ऊंचाई वाले घास के मैदानों में रहने वाले आदिवासी खानाबदोशों के लिए एक निःशुल्क चिकित्सा और पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। यह शिविर समुद्र तल से 7,850 फीट की ऊंचाई पर स्थित जय घाटी में आयोजित किया गया था।
इस पहल का उद्देश्य बुनियादी सुविधाओं से वंचित क्षेत्रों में रहने वाले समुदायों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
हर साल अपने पशुओं के साथ ऊपरी इलाकों में प्रवास करने वाले 300 से अधिक आदिवासियों को सेना और एसडीएच भद्रवाह के डॉक्टरों और पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम से चिकित्सा देखभाल और मुफ्त दवाइयाँ मिलीं।
अधिकारियों ने कहा कि यह पहल स्थानीय आबादी के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने और कठिन इलाकों में रहने वाले हाशिए पर पड़े समूहों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए सेना के निरंतर प्रयासों का हिस्सा है।
भारतीय सेना सभी नागरिकों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। ऑपरेशन सद्भावना के तहत हमारा लक्ष्य बुनियादी सेवाओं में अंतर को पाटना और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का समर्थन करना है।
स्थानीय लोगों ने आभार व्यक्त किया और क्षेत्र में समर्थन और आश्वासन के स्रोत के रूप में सेना की निरंतर उपस्थिति पर प्रकाश डाला। एक आदिवासी करीम ने कहा कि हम उन सैनिकों के आभारी हैं जो न केवल आपूर्ति के साथ बल्कि देखभाल और करुणा के साथ इन पहाड़ों में आते हैं।
एक अन्य आदिवासी रहमान अली ने कहा कि ऊंचे-ऊंचे घास के मैदान अक्सर बुनियादी सेवाओं से कटे रहते हैं। सेना हमारे साथ है। हम सुरक्षित महसूस करते हैं और हम खुश हैं। हम यहां इस चिकित्सा शिविर का आयोजन करने के लिए सेना के आभारी हैं।
रहमान ने कहा कि हमें यहां बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस इलाके में कोई अस्पताल या डिस्पेंसरी नहीं है। लेकिन आज भारतीय सेना ने इन पहाड़ों में एक मेडिकल कैंप स्थापित किया है। इससे हमें बहुत मदद मिली हमारी स्वास्थ्य जांच हुई और दवाइयां मुफ्त में दी जा रही हैं। हम भारतीय सेना के आभारी हैं।