सूडान में हैजा के बढ़ते मामलों के बीच ICG से मिले 29 लाख Vaccines

खार्तूम। सूडान को अंतरराष्ट्रीय समन्वय समूह (आईसीजी) से हैजा के 29 लाख टीके प्राप्त हुये हैं। यह जानकारी सूडान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को दी। मंत्रालय ने कहा कि देश में हैजा के मामलों में वृद्धि के बीच इससे बचाव के लिए टीके की 29 लाख से अधिक खुराकें प्राप्त हुई हैं। हैजे के मामलों में वृद्धि विशेष रूप से राजधानी खार्तूम में हुई है। मंत्रालय ने कहा, “मौजूदा समय में सूडान को प्रभावित करने वाले हैजा के प्रकोप से निपटने के प्रयासों के तहत कुल 29 लाख पांच हजार 400 हैजा के टीके की खुराकें प्राप्त हुई हैं।”

टीके विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के समर्थन से वैक्सीन प्रावधान पर अंतरराष्ट्रीय समन्वय समूह (आईसीजी) द्वारा दान किए गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि पूर्वी शहर पोर्ट सूडान में प्राप्त टीकों को खार्तूम ले जाया जाएगा, जहां आने वाले दिनों में एक बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू होने वाला है, जिसमें एक वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों को टीका लागया जायेगा।

मंत्रालय के अनुसार सूडान को स्वास्थ्य अधिकारियों और आईसीजी के बीच साझेदारी के माध्यम से अक्टूबर 2023 से अब तक हैजा के टीके की एक करोड़ 69 लाख से अधिक खुराकें प्राप्त हुई हैं। सप्ताह की शुरुआत में सूडान के स्वास्थ्य मंत्री हैथम मोहम्मद इब्राहिम ने खार्तूम में हैजा के मामलों में वृद्धि की जानकारी दी थी। यहां मई में कम से कम 2,500 मामले दर्ज किए गए थे। मंत्रालय ने मंगलवार को एक ही सप्ताह में 2,729 नए संक्रमण और 172 मौतों की जानकारी दी थी, जिनमें 90 प्रतिशत नए मामले खार्तूम राज्य से थे।

गैर-सरकारी चिकित्सा सहायता समूह डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के अनुसार खार्तूम राज्य के अधिकांश हिस्सों में बिजली और पानी की सेवाओं की बाधाओं ने हैजा सहित अन्य बीमारियों के प्रसार को बढ़ावा दिया है। वहां के निवासियों को असुरक्षित जल स्रोतों पर निर्भर रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। खार्तूम राज्य में विशेष रूप से ओमदुरमन शहर में अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) द्वारा हमलों में वृद्धि देखी गई है, जिसमें सबसे हालिया हमला 15 मई का है, जब तीन बिजली स्टेशनों पर ड्रोन हमला था, जिसके कारण पूरे शहर में लगभग 10 दिनों तक बिजली गुल रही थी।

संयुक्त राष्ट्र संगठनों ने पहले ही चेतावनी दी है कि बिजली स्टेशनों सहित नागरिक बुनियादी ढांचे पर बढ़ते हमले देश भर में लाखों लोगों के लिए बिजली और स्वच्छ पानी तक पहुँच में बाधा डाल रहे हैं। गौरतलब है कि सूडान में अप्रैल 2023 से सूडानी सशस्त्र बलों और आरएसएफ के बीच संघर्ष चल रहा है। इसके कारण हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोगों को सूडान और उसकी सीमाओं के पार अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है।

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