तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला का तृतीय सत्र के साथ व्याख्यान श्रृंखला का समापन

डॉ० एस० राधाकृष्णन् शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय सुकरीगढ़ा, लारी, रामगढ़ के बहुउद्देशीय सभागार में तीन दिवसीय व्याख्यान श्रृंखला का तृतीय सत्र के साथ ही व्याख्यान श्रृंखला का समापन किया गया। सर्वप्रथम डॉ. एस. राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित एवं दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव श्री संजय कुमार प्रभाकर, अतिथि शिक्षक महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार उपाध्याय तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार उपाध्याय के द्वारा किया गया। तृतीय सत्र का विषय “सूक्ष्म शिक्षण कौशल” जिसका व्याख्यान डॉ. सुशील कुमार उपाध्याय के द्वारा किया गया। अतिथि शिक्षक ने सूक्ष्म शिक्षण का इतिहास, अर्थ, महत्त्व एवं भविष्य में आने वाली चुनौतियाँ, शिक्षा, प्रशिक्षण का महत्त्व, अच्छे नागरिक बनना तथा आधुनिक चुनौतियाँ पर विस्तार रूप से चर्चा की। व्याख्यान में सभी प्रशिक्षुओं ने उत्साह के साथ सहभागिता दी एवं दी गई जानकारी को प्राप्त किया। अन्त में व्याख्यान से संबंधित छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नो का समाधान अतिथि शिक्षक के द्वारा किया गया। इस व्याख्यान श्रृंखला का संचालन एवं देखरेख महाविद्यालय के व्याख्याता श्री बाबुचन्द प्रसाद के द्वारा किया गया। मुख्य रूप से भाग लेने वाले प्रशिक्षुओं में करण, सतेन्द्र, संजू, मंजूला, सागेन, निकिता, नेहा, शिल्पा, खुशबू मोनिका, सोनू तथा मंच का संचालन बी०एड० प्रशिक्षु पल्लवी शर्मा ने किया।

इस मौके पर बी. एड. के सहायक प्राध्यापक मो. परवेज अखतर, डॉ अशोक राम, श्रीमती इन्दु कुमारी झा तथा डी.एल. एड के व्याख्याता श्रीमती सुप्रिया बर्मन, श्री मुरारी कुमार दूबे, श्रीमती सुलेखा कुमारी, श्री वरूण कुमार, बी.एड. एवं डी. एल. एड. के सभी प्रशिक्षु उपस्थित रहें। अंत में धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक श्री नयन कुमार मिश्रा के द्वारा किया गया।

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