नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के कर्मियों के साथ बातचीत करने के लिए भुज वायु सेना स्टेशन पहुंचे हैं। पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भुज एयरबेस पर हमला करने के लिए उस पर बार-बार ड्रोन दागे थे हालांकि भारत की मजबूत रक्षा प्रणाली ने उन्हें मार गिराया था। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि सेना के वरिष्ठ कमांडर रक्षा मंत्री मौजूदा सुरक्षा स्थिति और परिचालन तैयारियों के बारे में जानकारी देंगे।
दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ भी इस दौरान मौजूद रहेंगे और भुज स्थित इन्फैंट्री ब्रिगेड के तहत भारतीय सेना और बीएसएफ द्वारा निभाई जा रही अनुकरणीय भूमिका के बारे में रक्षा मंत्री को जानकारी देंगे। रक्षा मंत्री का दौरा क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सभी सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों के मध्य नजर महत्वपूर्ण है। भुज और नलिया के पास तैनात भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों ने हाल के दिनों में कई पाकिस्तानी ड्रोन को सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया है, जिससे महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के प्रयासों को प्रभावी ढंग से विफल किया गया है।
रक्षा मंत्री की सैनिकों के साथ बातचीत का उद्देश्य उभरते खतरों, विशेष रूप से ड्रोन युद्ध के क्षेत्र में उनके साहस, परिचालन उत्कृष्टता और उच्च मनोबल की सराहना कर इसका स्तर ऊंचा बनाए रखना है। रक्षा मंत्री ने भुज एयरबेस रवाना होने से पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “ नई दिल्ली से भुज (गुजरात) के लिए प्रस्थान। भुज वायु सेना स्टेशन पर हमारे साहसी वायु योद्धाओं से बातचीत करने के लिए उत्सुक हूँ। इसके अलावा, मैं स्मृतिवन भी जाऊँगा – एक स्मारक और संग्रहालय जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2001 के भूकंप में अपनी जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए की थी।”