नयी दिल्ली। गोवा के शिरगांव में आयोजित प्रसिद्ध श्री लैराई जात्रा (धार्मिक यात्रा) के दौरान शुक्रवार रात भगदड़ मचने से छह लोगों की मौत हो गयी और 30 से अधिक लोग घायल हो गये। हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और बचाव टीम मौके पर पहुंच गई। हादसे में घायल लोगों को गोवा मेडिकल कॉलेज और मापुसा स्थित नॉर्थ गोवा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को गोवा में मची भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उत्तरी गोवा स्थित एक मंदिर में शनिवार तड़के एक उत्सव के दौरान भगदड़ मचने से छह लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना पणजी से करीब 40 किलोमीटर दूर शिरगांव के श्री लईराई देवी मंदिर में तड़के करीब तीन बजे हुई।
मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘गोवा के शिरगांव में भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में जानकर दुख हुआ। इस घटना में कई लोगों की जान चली गई। मैं शोकसंतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’’
पीएम मोदी ने पीड़ितों के प्रति जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे में जान गंवाने वाले पीड़ितों के प्रति शोक जताया है। श्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा, “गोवा के शिरगांव में भगदड़ के कारण हुई मौतों से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना, घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है।”
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत अस्पताल पहुंचे हैं। उन्होंने घायलों का मुफ्त इलाज करने को कहा है। घटना पर गोवा कांग्रेस ने भी दुख जताया है। यह हादसा उस समय हुआ जब भारी भीड़ के बीच अचानक अफरा-तफरी फैल गई, जिससे लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे तथा भगदड़ मचने के कारण लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गये जिससे लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचीं और तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया है। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों ने अभी तक भगदड़ के पीछे की वजह की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, भीड़ ज्यादा होने और उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण यह हादसा हुआ।