नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस की एक पोस्ट पर उसे आड़े हाथ लिया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संकट के समय ‘गायब’ नेता के रूप में दर्शाने की कोशिश की गई है। भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कांग्रेस ने ‘सिर तन से जुदा’ वाली छवि का इस्तेमाल करके कोई संदेह नहीं छोड़ा है। यह महज एक राजनीतिक बयान नहीं है, यह मुस्लिम वोट बैंक को निशाना बनाने और प्रधानमंत्री के खिलाफ परोक्ष तरीके से उकसावे वाला काम है।’’
कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट में प्रधानमंत्री की किसी पुरानी तस्वीर को उनके नाम के बिना दिखाया गया है जिसमें केवल परिधान दिखाई दे रहे हैं और शरीर दिखाई नहीं दे रहा है। कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर जारी इस पोस्ट में ऊपर ‘गायब’ लिखा है।
मालवीय ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने इस तरह का हथकंडा पहली बार नहीं अपनाया है। राहुल गांधी ने कई बार प्रधानमंत्री के प्रति हिंसा को उकसाया भी है और उसे सही भी ठहराया है। फिर भी कांग्रेस इसमें कामयाब नहीं होगी क्योंकि प्रधानमंत्री को लाखों भारतीयों का स्नेह और आशीष प्राप्त है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी का सिर कटा है तो वह कांग्रेस है, जो अब बिना सिर वाले हाइड्रा की तरह इधर-उधर हाथ-पैर पटक रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस को सीधे पाकिस्तान से आदेश मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक में एकजुटता पर जोर दिया था, लेकिन उसकी जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष समेत कुछ नेता पाकिस्तान से बातचीत करने का सुझाव दे रहे हैं।
भंडारी ने कहा कि पाकिस्तान के एक पूर्व मंत्री ने कांग्रेस के सोशल मीडिया पोस्ट का हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जहां कांग्रेस के लिए बल्लेबाजी कर रहा है, वहीं कांग्रेस पाकिस्तान के लिए गेंद डाल रही है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद कुछ दिन तक एक स्वर में बोलने के बाद सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच अब आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं।
भाजपा ने कई कांग्रेस पदाधिकारियों की विवादास्पद टिप्पणियों का हवाला देते हुए उन पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया है तथा आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों के खिलाफ कार्रवाई में सरकार को समर्थन देने में कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की गंभीरता पर सवाल उठाया है।
दूसरी तरफ कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उनके सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होने और बिहार में विकास परियोजनाओं की शुरुआत के मौके पर आयोजित एक सभा को संबोधित करने के लिए उनकी आलोचना की है। कांग्रेस ने इसे राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़ा है।