जयपुर । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद आयोजित सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नहीं आने पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि वैसे तो वह बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन जब देश के स्वभिमान को धक्का लगा तो बिहार में चुनावी भाषण कर रहे थे जबकि बैठक में सब पार्टी के लोग आये लेकिन देश की बदकिस्मती है कि इसमें मोदीजी नहीं आए जो शर्म की बात है।
श्री खड़गे सोमवार को यहां कांग्रेस की संविधान बचाओं रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मासूम पर्यटक लोग, कश्मीर सुरक्षित है, कश्मीर हमारा है, इस उद्देश्य से देश के कोने-कोने से लोग वहां जाते हैं और वहां इतनी बुरी घटना हो गई। जिसमें 26 लोग तो मौके पर ही मारे गए। श्री खड़गे ने कहा कि इसके बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि इस समय प्रधानमंत्री को सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए और इस कठिन समय में हम सब एक होकर सरकार जो भी कदम उठायेगी, हम उसका सहयोग करेंगे।
उन्होंने कहा “हमारे देश की बदकिस्मती है कि सर्वदलीय बैठक में सब पार्टी के लोग आये लेकिन उसमें मोदीजी नहीं आए। यह शर्म की बात है। देश के स्वभिमान को जब धक्का लगा तो वह बिहार में चुनावी भाषण कर रहे थे और दिल्ली में नहीं आ सकते हैं। क्या दिल्ली दूर है बिहार से। बात तो बड़े बड़े करते हो, कम से कम बिहार से उस दिन सर्वदलीय बैठक में बैठते तो सबको मालूम होता कि आपकी प्लानिंग क्या है, आप क्या करने वाले हैं, हमसे क्या मदद चाहते हैं। सभी पार्टी के लोग मदद के लिए तैयार हैं, इसके बाद भी आपने उधर नजर डालने की कोशिश नहीं की। ऐसा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री का रवैया है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी हमले में घायल लोगों से मिलने श्रीनगर गये लेकिन श्री मोदी सर्वदलीय बैठक में नहीं आये हैं जबकि सबसे बड़ा देश हैं बाद में पार्टी हैं इसके लिए सब लोगों को एक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाए संविधान की वजह से एक चायवाला व्यक्ति आज देश का प्रधानमंत्री है और उनके जैसा (खड़गे) आदमी जो एक मिल वर्कर का बेटा है वह नेता विपक्ष एवं कांग्रेस अध्यक्ष बन सकता है। अगर संविधान रहेगा तभी प्रधानमंत्री और अन्य पदों पर बना जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस देश में सबसे श्रेष्ठ संविधान है जिसके तहत ही हमारा लोकतंत्र चलता है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोग देश को कमजोर करते हैं और कांग्रेस का जब भी कोई बड़ा कार्यक्रम होता तब उसे दबाने का काम किया गया, ऐसे हम दबने वाले नहीं हैं। उन्होंने कांग्रेस के लोगों का आह्वान किया कि इसलिए हमको एक रहना चाहिए। श्री खड़गे ने कहा कि आज संकट आया हैं सभी लोग एक होकर लड़ना चाहते हैं लेकिन इस पर भी फूट डालना चाहते हैं। हम जोड़ने की बात करते हैं वे तोड़ने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों पर सीबीआई एवं ईडी का केस लगाया गया आज उनके साथ जमे हैं।
श्री खड़गे ने कहा “आज पहलगाम हमले के बाद 140 करोड लोग एक होकर जवाब देने के लिए तैयार हैं लेकिन आप कितना आगे बढेंगे यह हमको देखना है।” उन्होंने कहा कि सब लोगों को लंबे समय तक बेवकूफ बनाकर नहीं रख जा सकता हैं। हमारे साथ संविधान हैं, मोदीजी को मिलकर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मजबूत हैं वह डरने वाली नहीं हैं। सबको कमजोर करने की कोशिश चल रही है, झूठे मुकदमे करके लोकतंत्र को कमजोर नहीं किया जा सकता।
उन्होंने श्री मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि श्री मोदी ने कुछ नहीं किया। उन्होंने श्री मोदी के 12 झूठ गिनाते हुए कहा कि श्री मोदी ने सौ दिन में काला धन वापस लाने का वादा किया। इसी तरह हर खाते में 15-15 लाख रुपए डालने, हर साल दो करोड़ नौकरिया देने, पैट्रोल डीजल सस्ता करने, वर्ष 2022 तक गंगा साफ होने, किसानों की आय दोगुना करने एवं हर भारतीय को घर देने, एमएसपी की गारंटी, महंगाई खत्म करने आदि वादे किए लेकिन इन्हें पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि आज लोग महंगाई, बेरोजगारी आदि से परेशान हैं और श्री मोदी ने कुछ नहीं किया जबकि उन्हें विकास का काम करना चाहिए।
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि अगर संगठन मजबूत बना तो यह भाजपा रहने वाली नहीं हैं। उन्होंने राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के मंदिर जाने के बाद मंदिर को गंगाजल से धोने का जिक्र करते हुए कहा कि जब हिन्दु एक है तो ऐसा क्यों किया जाता है। ऐसे में हम कहां रहेंगे एक। उन्होंने कहा कि श्री राहुल गांधी ने जय बापू, जय भीम और जय संविधान का नारा इसलिए बनाया ताकि सब लोग मिलकर चले। राहुल गांधी सबको एक करने का काम कर रहे हैं, हम उनकी शक्ति बढ़ायेंगे और निश्चित रुप से देश बदलेगा , हालात बदेंलेंगे तो हम और तेजी से काम करेंगे तथा जवाहर लाल नेहरु ने काम किया वह काम करते रहेंगे।
उन्होंने राजस्थान सरकार पर प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब हो जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक महीने में तीन दलित की हत्या हो जाती है और वह भी मुख्यमंत्री के क्षेत्र में। क्या यह दलितों को न्याय देंगे। इसलिए ऐसे लोगों को जड़ से उखाड़ फैकना होगा। उन्होंने कहा कि देश को अंबेडकर का संविधान चाहिए, उनके विरोधी विचार का नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि चंद लोग अभी भी एक होकर चलने को तैयार नहीं हैं।
रैली को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट आदि नेताओं ने भी संबोधित किया।