पूँजीवादी व्यवस्था में आंदोलन को दबाने के लिए विभिन्न तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं : जेएलकेएम

रामगढ़।आज झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) की रामगढ़ इकाई के सक्रिय कार्यकर्ताओं ने रामगढ़ सिविल कोर्ट में उपस्थिति दर्ज कराई। वे रजरप्पा थाना कांड सं. 55/2024 केस की प्रीवियस बेल और चार्ज से संबंधित कार्यवाही में शामिल हुए।

कार्यकर्ताओं ने कहा कि क्लासिक कॉल लिमिटेड कंपनी, सिकनी, रामगढ़ में कार्य के दौरान मजदूर मेराज अंसारी की मौत हो गई थी। उचित मुआवजा दिलाने के लिए जेएलकेएम रामगढ़ ने आंदोलन किया था। हालांकि, कंपनी द्वारा मुआवजा राशि देने के बावजूद, आंदोलन में शामिल साथियों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया कि भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी नहीं रही, लेकिन उस कंपनी को चलाने वाले लोग आज भी मौजूद हैं। अंग्रेजों की तरह शोषण करने वाली व्यवस्था अब भी जारी है। यह मामला कंपनी के खिलाफ सुरक्षा मानकों की अनदेखी के आधार पर दर्ज होना चाहिए था, लेकिन इसके बजाय हक-अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले ग्रामीणों और उनके समर्थकों पर ही केस दर्ज कर दिया गया।
जेएलकेएम कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूँजीवादी व्यवस्था में आंदोलन को दबाने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपनाए जाते हैं। इसी रणनीति के तहत रजरप्पा केस 55/2024 दर्ज किया गया था। इस केस में आनंद केटियार, संजय महतो, सुदर्शन महतो, संतोष टी़डुवार, संजय मेहता, रमेश महतो, सैल देवी, पनेश्वर महतो, पांडव महतो, संतोष प्रजापति, डब्लू महतो और लुमनाथ महतो सहित कई लोगों के नामजद होने की बात सामने आई है।

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