नैनीताल। नैनीताल में आने वाले पर्यटक यहां प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के साथ नैनी झील में नौकायन के दौरान अपनी जान-जोखिम में डालकर मौज-मस्ती भी करते हैं, और कई बार उनकी हरकतें मर्यादा की सीमाएं भी लांघ जाती हैं। ऐसी ही एक घटना सामने आयी है। नैनी झील में पैडल बोट से नौकायन कर रहे कुछ पर्यटकों के द्वारा झील में प्रतिबंधित होने के बावजूद अर्धनग्न होकर डुबकी लगाने और अशोभनीय व्यवहार करने का मामला सामने आया है, जिससे अन्य पर्यटक भी असहज हो गए।
जल पुलिस नहीं पहुंची, प्रशासन ने नहीं की कोई कार्रवाई
भारतीय जीवन बीमा निगम के अधिकारी बीएस ह्यांकी और बालम सिंह ने इस घटना को अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया और जल पुलिस को भी सूचित किया। लेकिन उनके अनुसार पुलिस का कोई भी कर्मी मौके पर नहीं पहुंचा। पैडल नाव चालक समिति ने भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे सवाल उठता है कि आखिर झील की निगरानी व्यवस्था कितनी प्रभावी है।
नैनीताल में पर्यटन और अनुशासन
नैनी झील की पहचान है, और यहां पर्यटकों की सुरक्षा के साथ मर्यादाओं का पालन भी अनिवार्य है। पर्यटकों की इस तरह की हरकतें न केवल नैनीताल की छवि खराब करती हैं, बल्कि झील की पवित्रता और पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाती हैं। नैनी झील काफी गहरी है। यहां नौकायन के दौरान लाइफ जैकेट का प्रयोग जहां अनिवार्य है, वहीं झील में नहाना व तैरना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। किंतु इस संबंध में नैनी झील के चारों ओर ऐसे संदेश लिखे बोर्डों की कमी और लाइफ जैकेटों के लंबे समय से जीर्ण-शीर्ण होने से भी समस्याएं बढ़ रही हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इस ओर सख्ती से ध्यान देने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।