देहरादून । प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने भारत के संविधान निर्माता, भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के बारे में भारतीय संसद में गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा और आर.एस.एस. की इसी कुत्सित एवं विकृत मानसिकता के चलते देश और समाज का दबा, कुचला वर्ग वर्षों तक विकास की मुख्यधारा में शामिल नहीं हो पाया था। यदि आज स्वतंत्र भारत में आम जनता, गरीब, दबे कुचले वर्ग को कोई अधिकार मिले हैं और वह स्वतंत्र रूप से सांस ले रहा है तो वह बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनाये गये संविधान की देन है।
डॉ. प्रतिमा सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी और नरेन्द्र मोदी सरकार देश का इतिहास और संविधान बदलने की बात बार-बार कहती आई है, गृहमंत्री अमित शाह का संसद में दिया गया वक्तव्य भाजपा की उसी सोच का परिचायक है। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान निर्माता डॉ0 अम्बेडकर ने समाज के सबसे कमजोर वर्ग के हितों को सर्वोपरि रखकर संविधान का निर्माण किया था जिसे भाजपा में कुत्सित सोच रखने वाले विकृत मानसिकता के लोग पचा नहीं पा रहे हैं। डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने अपने जीवन पर्यन्त समाज के दबे-कुचले, शोषित तथा पिछड़े वर्ग के हितों के लिए कार्य किया। उन्होंने संविधान निर्माण में प्रमुख भूमिका का निर्वहन करते हुए भारत निर्माण की मजबूत नींव रखी थी। बाबा साहब समतामूलक समाज के परिचायक थे, उन्होंने भारत के संविधान निर्माण केे साथ-साथ समाज में फैली कुरीतियों के विरूद्ध भी अपनी आवाज बुलंद की जिसे विकृत मानसिकता के लोग 75 वर्ष बाद भी सहन नहीं कर पा रहे हैं। डॉ. अम्बेडकर ने देश के युवा वर्ग को नारा दिया कि ’खुद उठो, दूसरों को उठाओ और शिक्षित बनों, संगठित होकर संघर्ष करो। परन्तु देश की सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं को न तो दबे कुचले समाज को उठाना है, न ही युवा को शिक्षित बनाना है। भारतीय जनता पार्टी देश पर आर.एस.एस. की मानसिकता थोपना चाहती है, उसे तो केवल जाति, धर्म के नाम पर संघर्ष को बढ़ावा देकर सत्ता में बने रहना है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. प्रतिमा सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और उसके अमित शाह जैसे नेता देश में विषमतावादी मानसिकता को फिर से पैदा करने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं तथा धर्म और जाति के नाम पर देश को विखंडित करने तथा समाज की एकरूपता को छिन्न-भिन्न करने का षड़यंत्र कर रहे हैं। उन्होने कहा कि बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर द्वारा निर्मित संविधान की शपथ लेकर ही गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्री पद की शपथ ली थी उन्हें संसद में डॉ. भीमराव अम्बेडकर पर की गई अपनी निम्न स्तर की टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए तथा यदि उनमें जरा सी भी शर्म हो तो उन्हें मंत्री पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।