रुड़की। ब्रह्माकुमारीज रुड़की सेवा केंद्र की इंचार्ज रही राजयोगिनी बीके विमला के तृतीय स्मृति दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उनकी ईश्वरीय सेवा को याद किया गया। राजयोगिनी विमला दीदी बचपन से ही प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के प्रति ईश्वरीय सेवा में समर्पित हो गई थी।उन्होंने 84 वर्ष की आयु में 3 वर्ष पूर्व इस दुनिया को अलविदा कर दिया था।मूलतः पंजाब के जालन्धर निवासी राजयोगिनी बीके विमला ने जीवनपर्यंत राजयोग की शिक्षा का प्रचार प्रसार किया और उनकी गिनती वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका के रूप में होती थी।उनके तृतीय स्मृति दिवस पर राजयोगिनी मंजू दीदी,बीके मीना दीदी, बीके तारा दीदी,बीके सोनिया ,दंतरोग विशेषज्ञ डॉ प्रदीप रस्तोगी व बीके विमला दीदी के सानीदय में पालना लेने वाले कृष्ण छाबड़ा,शिवकुमार, श्रीगोपाल नारसन ने बीके विमला दीदी की विशेषताओ को गिनाया और स्वयं के परिवर्तन की बात कही।वही रुड़की सेवा केंद्र की इंचार्ज बीके गीता, बीके रजनी,महेंद्र भाई,पारुल बहन ,स्नेह बहन, बीके शालिनी ने राजयोगिनी बीके विमला की ईश्वरीय सेवाओं को याद करते हुए उनके साथ के अनुभव सुनाए व उनकी सद्गुणों पर प्रकाश डाला तथा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाई बहनों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।कार्यक्रम का संचालन बीके सुशील ने किया।