समाजसेवा में एक प्रेरक व्यक्तित्व
डा. चंद्र लाल भारती, जो वर्तमान में हरिद्वार लोक निर्माण विभाग में सरकारी अधिकारी Civil Engineee के पद पर कार्यरत हैं, को हाल ही में थाईलैंड में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में “ग्लोबल आइकन अवार्ड-2024” से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें उनके सरकारी सेवा के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया। यह अवार्ड उन्हें मैजिक बुक ऑफ रिकार्ड फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया गया, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असाधारण व्यक्तियों को उनके योगदान के लिए मान्यता देता है।
डा. भारती की यह उपलब्धि विशेष रूप से इसलिए सराहनीय है क्योंकि वे सरकारी सेवा में रहते हुए सामाजिक कार्यों के प्रति अपनी निष्ठा और प्रतिबद्धता को बनाए रखने में सफल रहे हैं। उनकी कार्यक्षमता और सेवा भावना ने न केवल उनके कार्यक्षेत्र में उन्हें विशेष स्थान दिलाया है, बल्कि समाज के व्यापक हितों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
डा. भारती का जीवन परिचय और संघर्ष
डा. चंद्र लाल भारती का जन्म उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के ग्राम ब्यांली, विकासखंड नौगांव जनपद उत्तरकाशी में हुआ। एक सामान्य ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले डा. भारती ने कठिन संघर्षों के बावजूद अपनी शिक्षा और करियर में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की। उनका सामाजिक कार्यों में योगदान भी उनके ग्रामीण जीवन के अनुभवों से प्रेरित रहा है, जहाँ उन्होंने समाज की जरूरतों और चुनौतियों को करीब से देखा और समझा।
उनका समर्पण और समाज के प्रति सेवा का भाव उन्हें एक उत्कृष्ट नागरिक और प्रेरक व्यक्ति बनाता है। अपने पेशेवर दायित्वों के साथ, उन्होंने समाज के विकास के लिए विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाई है। यही कारण है कि आज वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहे जा रहे हैं।
ग्लोबल आइकन अवार्ड का महत्त्व
ग्लोबल आइकन अवार्ड किसी भी व्यक्ति की असाधारण उपलब्धियों, सामाजिक योगदान, और मानवता के प्रति सेवा भाव का सम्मान करने के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार समाज के उन व्यक्तियों को सम्मानित करता है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किया हो और जो दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बन सके। डा. भारती के सम्मानित होने से न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है।
उनकी इस उपलब्धि से यह संदेश जाता है कि किसी भी क्षेत्र में कार्यरत व्यक्ति, चाहे वह सरकारी सेवा में हो या निजी क्षेत्र में, अगर वह समाज के हित में निरंतर कार्य करता है, तो उसकी पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवश्य होती है।
निष्कर्ष
डा. चंद्र लाल भारती की यह उपलब्धि उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है, जो समाज के हित में कार्य करने का सपना देखते हैं। उनकी कहानी यह साबित करती है कि अगर इरादे मजबूत हों और सेवा का भाव हो, तो किसी भी परिस्थिति में सफलता पाई जा सकती है।