नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को नागपुर में विजया दशमी उत्सव के अवसर पर कहा कि भारत को अस्थिर करने के प्रयास तेज हो रहे हैं और भयावह साजिशें हमारे संकल्प की परीक्षा ले रही हैं। भागवत ने बांग्लादेश की स्थिति के संदर्भ में कहा कि बांग्लादेश में यह बात फैलाई जा रही है कि भारत एक खतरा है और उन्हें बचाव के लिए पाकिस्तान से हाथ मिलाना चाहिए। देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के सामने पेश आ रही चुनौतियों पर भी चिंता जाहिर की। संघ प्रमुख ने नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख ने विजया दशमी उत्सव के अवसर पर शस्त्र पूजा की और कहा कि कोई भी देश लोगों के राष्ट्रीय चरित्र से महान बनता है। उन्होंने कहा कि सभी का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत अधिक सशक्त हुआ है तथा विश्व में उसकी साख भी बढ़ी है।
भागवत ने इस बात पर जोर दिया कि सामाजिक सद्भाव और एकता के लिए जाति और धर्म से ऊपर उठकर व्यक्तियों और परिवारों के बीच मित्रता का होना जरुरी है। विजया दशमी समारोह के संबोधन में भागवत ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर दु:ख जताया। उन्होंने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक महिला चिकित्सक से दुष्कर्म एवं उसकी हत्या के मामले में कहा कि घटना में कुछ लोगों ने अपराधियों को बचाने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘अपराध, राजनीति और जहरीली संस्कृति का गठजोड़ हमें बर्बाद कर रहा है।’’