नई दिल्ली। भारत और नेपाल सीमा से बाघ एवं शेरों की तस्करी रोकने को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), इंटरपोल और नेपाल के वरिष्ठ कानून प्रवर्तन अधिकारियों की दो दिवसीय बैठक नई दिल्ली के सीबीआई मुख्यालय में गुरुवार से शुरू हुई।
बैठक में इंटरपोल के पर्यावरण सुरक्षा कार्यक्रम के विशेषज्ञ, नेपाल के वरिष्ठ कानून प्रवर्तन अधिकारी और वन्यजीव अपराधों से निपटने वाली भारत की एजेंसियों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। भारतीय एजेंसियों में वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (डब्ल्यूसीसीबी), राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और सीबीआई की आर्थिक अपराध-II शाखा के विशेषज्ञ शामिल हैं। इस बैठक से भारत एवं नेपाल दोनों में कानून प्रवर्तन अधिकारियों के मध्य समन्वय में वृद्धि होने की उम्मीद है।
सीबीआई ने एक विज्ञप्ति में बताया कि बाघ, शेर, जगुआर एवं तेंदुए की सुरक्षा खतरे में है। बैठक में इन जीवों की तस्करी को रोकने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस बैठक का प्राथमिक केंद्रबिंदु भारतीय एवं नेपाली कानून प्रवर्तन अधिकारियों के मध्य सीमा पार कानून प्रवर्तन सहयोग को और मजबूत करना तथा बाघ तस्करी के मार्गों, प्रवृत्तियों व आपराधिक नेटवर्क पर आपराधिक खुफिया जानकारी को साझा करने की सुविधा प्रदान करना है।
विज्ञप्ति के मुताबिक भारत से नेपाल के रास्ते चीन तक तस्करी का मार्ग एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है। इस रास्ते बाघों, तेंदुओं एवं अन्य जानवरों की अवैध तस्करी की जाती है। इस बैठक में भारतीय एवं नेपाली अधिकारियों को बाघ तस्करी से संबंधित जारी जांच के विषय में जानकारी साझा की जाएगी। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। इस आपराधिक कृत्य के खिलाफ भारतीय एवं नेपाली अधिकारी मिलकर कार्य करेंगे।