कांकेर। जिला में प्रशासन की लापरवाही के कारण ही मालिक खुले आम मजदूरों का शोषण कर रहा है।उक्त आरोप छत्तीसगढ़ विद्युत मजदूर यूनियन के सलाहकार सुखरंजन नंदी ने मजदूरों की क्षेत्रीय कनवेंशन को संबोधित करते हुआ कहा।
उल्लेखनीय है कि आज कांकेर में बिजली मजदूर यूनियन का संभागीय समावेश गोविंदपुर में यूनियन के कार्यालय में भीषम साहू की अध्यक्षता में प्रारंभ हुई।सम्मेलन में बस्तर संभाग के कोंडागांव,नारायणपुर,
जगदलपुर, कोंटा एवं सुकमा से चुने हुए 73 साथियों ने हिस्सा लिया।
श्री नंदी ने असंगठित क्षेत्र में कार्यरत मजदूरों के शोषण का विस्तार से जिक्र करते हुआ कहा कि शासन प्रशासन इन मजदूरों की अधिकारों को सुरक्षित रखने में पूरी तरह असफल है।मजदूरों की समस्याओं का अंबार है लेकिन श्रम विभाग को श्रमिकों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा मालिक श्रमिकों को निर्धारित दरों से कम दरों पर काम करवा रहे है।मजदूरों की कोई सूची शासन प्रशासन के पास नही है। आए दिन मजदूर दुर्घटना के स्वीकार होते रहते है लेकिन मालिक प्रभावित मजदूरों को कोई मुआवजा राशि का भुगतान नहीं करते है।मजदूरों को अपने मजदूरी का पूर्ण भुगतान मालिक नही करते है।
उन्होंने मजदूरों को इन समस्याओं पर संगठित होने व अपनी मांगों पर संघर्ष करने का आह्वान किया।
मजदूर नेताओं ने अपनी समस्यायों पर विस्तार से रखा और इन समस्याओं पर यूनियन द्वारा कारगर हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया।
सम्मेलन में उपस्थित
प्रतिनीधियो के समक्ष यूनियन के महासचिव तिलोचन साहू ने प्रस्ताव पेश किया। जिस पर 16 प्रतिनिधियों ने अपनी महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
क्षेत्रीय सम्मेलन में निर्णय लिया गया कि अक्टूबर माह में संभाग के सभी श्रमविभाग और जिलाधीश कार्यालय में मजदूरों से संबंधित मांगों पर ज्ञापन दिया जाएगा।
सम्मेलन में मुख्य रूप से वीरेंद्र चक्रधारी,चित्तरंजन मरकाम,रविकिरण नेताम, साम साय सोरी, सालेम कुमार, संदीप नेवरिया,देवेंद्र गंजीर,रविन्द्र ध्रुव,राजेश कुलदीप, भुनेश्वर बघेल,दिलीप यादव, बलराम यादव,राम दास जाटव,फलेश साहू, कमलकांत,नारायण यादव, सी एस राजपूत,सहित अनेकों लोग शामिल थे।
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