जम्मू कश्मीर चुनाव 2024: उधमपुर की चार सीट पर बहुकोणीय मुकाबला, निर्दलीय उम्मीदवार भाजपा के लिए चुनौती
उधमपुर (जम्मू कश्मीर)। जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले में चार विधानसभा सीट हैं, जहां भाजपा, कांग्रेस और जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) के बीच बहुकोणीय मुकाबला होने वाला है। जिले की चार विधानसभा सीट में उधमपुर पश्चिम, उधमपुर पूर्व, चेनानी और रामनगर (सुरक्षित) शामिल हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री पवन कुमार गुप्ता अपनी पारंपरिक उधमपुर पश्चिम सीट बरकरार रखने के लिए चुनाव मैदान में हैं, जहां से उनके परिवार ने नौ चुनावों में तीन बार जीत हासिल की है। वहीं पार्टी उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक आर एस पठानिया को नयी उधमपुर पूर्व सीट जीतने के लिए निर्दलीय उम्मीदवारों पवन खजूरिया और बलवान सिंह के रूप में बगावत का सामना करना पड़ रहा है।
चेनानी निर्वाचन क्षेत्र पारिवारिक प्रतिद्वंद्विता का केंद्र बन गया है, जहां रिश्ते के दो भाई- दो बार के विधायक एवं भाजपा उम्मीदवार बलवंत सिंह मनकोटिया तथा जेकेएनपीपी के प्रमुख नेता और रामनगर से तीन बार विधायक रह चुके हर्षदेव सिंह इस सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उधमपुर पश्चिम में गुप्ता का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार सुमित मगोत्रा और पंचारी से जिला विकास परिषद (डीडीसी) सदस्य एवं निर्दलीय उम्मीदवार जसवीर सिंह से है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गुप्ता के लिए सीट बरकरार रखना कठिन लड़ाई है। स्थानीय मतदाता सुमेश कुमार ने कहा, ‘‘ उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार से है, लेकिन जसवीर सिंह मतों को विभाजित कर सकते हैं, जिससे गुप्ता की राह और मुश्किल हो जाएगी।’’
गुप्ता और मगोत्रा दोनों ही मतदाताओं को लुभाने के लिए घर-घर जाकर प्रचार कर रहे हैं, जनसभाएं और नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं। भाजपा उम्मीदवारों के लिए अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और जितेंद्र सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं ने जिले में प्रचार किया है। दूसरी ओर, सचिन पायलट और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में रैलियों को संबोधित किया है।
गुप्ता ने कहा, ‘‘हम इस सीट और जिले की अन्य सीटों पर जीत हासिल करेंगे। पिछली बार हमने तीन सीटें जीती थीं और इस बार हमारा लक्ष्य नयी बनी सीट समेत सभी चार सीट जीतना है। हमारा लक्ष्य ऐसी सरकार बनाना है जो जम्मू क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व करे।’’ कांग्रेस के मगोत्रा ने जवाब दिया, ‘‘लोग भाजपा और नयी दिल्ली से उनके शासन से तंग आ चुके हैं। वे बदलाव चाहते हैं और कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। इस बार जम्मू कश्मीर में गठबंधन सरकार बनेगी।’’
कांग्रेस जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन में लड़ रही है। कांग्रेस ने उधमपुर पश्चिम में तीन बार जीत जबकि जेकेएनपीपी ने दो बार जीत हासिल की है। भाजपा के लिए यह चुनाव एक तरह की परीक्षा है। देविका नदी की सफाई, एक पुराना मुद्दा, मतदाताओं के लिए मुख्य चिंता का विषय बना हुआ है।
स्थानीय निवासी सुरेश कुमार ने कहा, ‘‘नदी की सफाई के बारे में कई वादे किए गए थे…अब हम केवल बातें नहीं, बल्कि कार्रवाई देखना चाहते हैं।’’ उधमपुर पश्चिम में कुल 1,15,655 मतदाता हैं, जिनमें 55,929 महिलाएं शामिल हैं। ये मतदाता 12 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। उधमपुर पूर्व में भाजपा में विद्रोह ने चुनाव में नया रोमांच भर दिया है। पिछले चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में तीसरे स्थान पर रहे पवन खजूरिया टिकट न मिलने के बाद निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
राजनीतिक पर्यवेक्षक विकास कुमार ने कहा, ‘‘भाजपा में विद्रोह पठानिया के लिए एक बड़ी चुनौती है।’’ रामनगर के पूर्व विधायक पठानिया रामनगर को अनुसूचित जाति उम्मीदवारों के लिए आरक्षित किए जाने के बाद उधमपुर पूर्व से चुनाव लड़ रहे हैं।
विकास कुमार ने कहा, “भाजपा के फैसले से नाखुश पूर्व ब्लॉक विकास परिषद के अध्यक्ष बलवान सिंह पैंथर्स पार्टी इंडिया में शामिल हो गए हैं और चुनाव लड़ रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के सुनील वर्मा और पीडीपी के बकील सिंह मुकाबले को और कठिन बना रहे हैं।’’
पठानिया और बागी उम्मीदवार खजूरिया दोनों ही बड़ी भीड़ जुटाकर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहे हैं। खजूरिया ने कहा, ‘‘मैंने पार्टी के साथ दशकों बिताए हैं, लेकिन मुझे टिकट नहीं दिया गया। लोग इस फैसले से नाराज हैं और वे विधायक पद के लिए मेरा पूरा समर्थन कर रहे हैं।’’ हालांकि, पठानिया को जीत के लिए “मोदी फैक्टर” पर पूरा भरोसा है।
उधमपुर पूर्व में पठानिया और खजूरिया समेत नौ उम्मीदवार 157 मतदान केंद्रों पर 1,00,690 मतों के लिए चुनाव लड़ेंगे, जिनमें 48,079 वोट महिलाओं के होंगे। चेनानी में दो रिश्ते के भाइयों बलवंत सिंह मनकोटिया (भाजपा) और हर्षदेव सिंह (जेकेएनपीपी) के बीच प्रतिद्वंद्विता ने मतदाताओं का ध्यान खींचा है।
कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस द्वारा समर्थित हर्षदेव सिंह ने कहा कि लोग भाजपा शासन से तंग आ चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सीट जीतेंगे, लोग बदलाव चाहते हैं।’’ हालांकि, मनकोटिया को जीत का भरोसा है और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास एजेंडे के लिए मजबूत समर्थन का हवाला दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग जम्मू कश्मीर में भाजपा की सरकार चाहते हैं। उन्होंने भाजपा को वोट देने का फैसला किया है।’’ चेनानी में कुल 1,09,174 मतदाता नौ उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे, जहां कांग्रेस ने पांच बार और भाजपा ने दो बार तथा नेशनल कान्फ्रेंस और जेकेएनपीपी ने एक-एक बार जीत दर्ज की है। एक बार एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी सीट जीती है।
रामनगर आरक्षित सीट ने राजनीतिक आयामों को बदल दिया है। भाजपा के सुनील भारद्वाज, कांग्रेस के मूल राज और पैंथर्स पार्टी इंडिया की अर्शी देवी त्रिकोणीय मुकाबले में हैं। पैंथर्स पार्टी के वर्चस्व वाली इस सीट पर 158 मतदान केंद्रों पर 96,779 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उधमपुर जिले की सभी चार सीट पर जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण में एक अक्टूबर को मतदान होगा।