वाशिंगटन। अमेरिका में कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में अज्ञात बदमाशों ने नफरत फैलाने के मकसद से बीएपीएस मंदिर में तोड़फोड़ की और उसकी दीवारों पर ‘हिंदुओं वापस जाओ’ के नारे लिख दिये। बीएपीएस मंदिर प्रशासन के ‘जनसंपर्क विभाग ने यह जानकारी दी।
बीएपीएस जनसंपर्क विभाग ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘न्यूयॉर्क में बीएपीएस मंदिर में अपवित्रिकरण की घटना के 10 दिन से भी कम समय में सैक्रामेंटो में हमारे मंदिर में बीती रात को यह घटना हुई और ‘‘हिंदुओं वापस जाओ’’ के हिंदू-विरोधी नारे लिखे गए। हम शांति की प्रार्थना के साथ नफरत के खिलाफ एकजुट हैं।’’ न्यूयॉर्क के मेलविले में 17 सितंबर को बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में हुई अपवित्रिकरण की घटना के बाद बुधवार रात को यह घटना हुई।
संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘नफरत की निंदा के प्रति हम दृढ़ हैं। इस घटना से हमारा दुख और गहरा हो गया है तथा दिल में नफरत रखने वालों सहित सभी के लिए हमारी प्रार्थनाएं और मजबूत हो गई हैं।’’ बयान में कहा गया, ‘‘बीएपीएस इस घृणा अपराध पर कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘सैक्रामेंटो में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर जीवंत हिंदू समुदाय का स्थान है जो बड़े समुदाय के वास्ते कई गतिविधियों और परियोजनाओं में लगा हुआ है। हम इस सामुदायिक ताने-बाने का अभिन्न अंग हैं और रहेंगे।’’
इस घटना के बाद मंदिर से संबद्ध लोग प्रार्थना के लिए एकत्रित हुए तथा उन्होंने परम पावन महंत स्वामी महाराज के सद्भाव और सम्मान के आदर्श को याद करते हुए शांति एवं एकता का आह्वान किया। देश में हिंदू समुदाय के खिलाफ घृणा अपराध और मंदिर में तोड़फोड़ की निरंतर बढ़ती प्रवृत्ति के बीच अमेरिका में एक महीने से भी कम समय में बीएपीएस मंदिर में अपवित्रिकरण की यह दूसरी घटना है।
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कैलिफोर्निया से अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्य एवं अमेरिकी चिकित्सक अमरीश बाबूलाल या ‘अमी’ बेरा ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘सैक्रामेंटो काउंटी में धार्मिक कट्टरता और घृणा के लिए कोई जगह नहीं है। बर्बरता के इस कृत्य की मैं कड़ी निंदा करता हूं।’’ बेरा ने लिखा, हम सभी को असहिष्णुता के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे समुदाय में हर कोई, चाहे वह किसी भी धर्म का हो, सुरक्षित और सम्मानित महसूस करे। कांग्रेस सदस्य रो खन्ना ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हिंदू अमेरिकियों के खिलाफ इस प्रकार की घृणा और तोड़फोड़ भयावह है तथा नैतिक रूप से गलत है। न्याय विभाग को इन घृणा अपराधों की जांच करनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों को कानून के तहत पूरी तरह से जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
भारतीय-अमेरिकी उद्यमी अजय जैन भुटोरिया ने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) से घृणा और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ जांच करने और उन्हें जवाबदेह ठहराने का आग्रह करते हुए कहा, ‘‘हमारे समुदायों या देश में घृणा के लिए कोई जगह नहीं है।’’ उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘सभी मंदिरों को सुरक्षा बढ़ानी चाहिए और उपलब्ध अनुदानों का उपयोग करना चाहिए। हम नफरत के खिलाफ एकजुट हैं और शांति के लिए प्रार्थना करते रहेंगे।’’ बीएपीएस का मुख्यालय गुजरात में है और ‘नॉर्थ अमेरिका’ में इसके 100 से अधिक मंदिर एवं केंद्र हैं। पिछले साल इसने न्यूजर्सी में अक्षरधाम मंदिर की शुरुआत की जो भारत के बाहर सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है। बीएपीएस एक गैर-राजनीतिक संगठन है और राजनीतिक एवं बुद्धिजीवी वर्ग का इसे समर्थन हासिल है।