गुप्तकाशी। गत रात्रि बादल फटने के कारण डोलिया देवी मार्ग बाधित होने से केदारनाथ धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि संबंधित कार्यदायी संस्था यातायात बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। वहीं बाधित मार्ग खोलने में जुटे मजदूराें पर बोल्डर गिरने का खतरा मंडरा रहा है।
वर्ष 2013 की आपदा के बाद मंदाकिनी नदी कटाव के चलते खाट गांव के नीचे लगातार धंस रहा है। डोलिया मंदिर भी आपदा में जमींदोज हो चुका था। क्षेत्र में जल विद्युत परियोजना की तत्कालीन कार्यदायी संस्था लैंको ने ग्रामीणों के दबाव के बाद मंदिर निर्माण तो किया, लेकिन गांव के नीचे से लगातार भूस्खलन जारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की ओर से इस स्थान पर करोड़ों रुपये की लागत से सुरक्षा दीवार के साथ भूस्खलन को समाप्त करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। मानसून सीजन में अमूमन डोलिया देवी मार्ग बंद ही रहता है। यात्रियों की सुविधा के लिए छोटे पैदल मार्ग से यात्रियों को आर-पार किया जा रहा है।