अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का भंडाफोड़, उत्तराखंड एसटीएफ ने दिल्ली के दो साइबर ठग पकड़े

देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ-साइबर क्राइम पु​लिस ने अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर व अंतरराज्यीय साइबर फ्राड गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ ने दून में दिल्ली के दो साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। साइबर ठग दुनिया भर में पोर्न वीडियो के नाम पर साइबर ठगी को अंजाम देते हैं। ये लोग यूएसए व कनाडा के लोगों को टारगेट करते हैं। देश के विभिन्न राज्यों में इनके तार जुड़े हैं। देहरादून में स्थापित अवैध कॉल सेंटर के तार दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ से जुड़े हैं। इनके पांच अन्य साथियों की तलाश में एसटीएफ जुटी हुई है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि पकड़े गए साइबर ठग स्वयं को माइक्रोसाफ्ट एंव एप्पल जैसे प्रतिष्ठित कंपनियों का अधिकारी बताकर यूएसए तथा कनाडा के नागरिकों के सिस्टम में पॉप—अप मैसेज भेजकर पोर्न हर्ब आदि वेबसाइट होने की बात कहकर उनके द्वारा चाइल्ड पोनोग्राफी देखे जाने तथा उनके बैंक खातों में गड़बड़ी होना बताते थे, फिर उनके सिस्टम के क्रप्ट होने का झांसा देकर मदद के नाम पर धोखाधड़ी से धनराशि प्राप्त करते थे।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने बताया कि ये साइबर ठग सहस्त्रधारा राजपुर रोड थाना क्षेत्रांतर्गत माउंट व्यू कालोनी स्थित ब्लूयूबैल्स स्कूल के बंगल एक निजी फ्लैट में अवैध कॉल सेंटर चलाते थे। गत छह अगस्त को सहस्त्रधारा रोड स्थित उक्त फ्लैट पर छापामारी की गई तो साइबर ठग मौके से फरार हो गए थे। गत नौ अगस्त को साइबर ठगों के देहरादून से बाहर भागने की सूचना पर चेकिंग के दौरान चौकी जोगीवाला बैरियर पर दो साइबर ठग पकड़े गए।

गिरफ्तार आरोपित तनिष्क वर्मा पुत्र संजय वर्मा निवासी सेक्टर 40 रोहणी दिल्ली व गौतम बागोरिया पुत्र स्व. मनोज कुमार निवासी दिचाऊ इन्क्लेव हरिदास नगर दिल्ली ने साइबर टीम की पूछताछ में बताया कि हम लोग अपने अन्य तीन साथियों के साथ मिलकर काफी समय से दून में कॉल सेंटर संचालित कर रहे हैं। हम लोग एनीडेस्क और एक्स—लाइट एप के जरिए मोबाइल तथा कम्प्यूटर का एक्सेस प्राप्त कर विदेशी कॉलर को भ्रमित कर घटना को अंजाम देते हैं। ठगों ने बताया कि यूएसए व कनाडा के नागरिकों को फर्जी पॉप—अप डलवाकर स्वयं को माइक्रोसॉफ्ट एंव एप्पल कंपनी से बताकर उनको डराते हैं कि आपके द्वारा अपने सिस्टम में पोर्न साइट देखी गई है जिस पर आपके विरुद्व कार्यवाही की जाएगी। कार्यवाही से बचने के लिए उनसे धोखाधड़ी से धनराशि प्राप्त की जाती है। देहरादून में स्थापित अवैध कॉल सेंटर के तार दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ से जुड़े हैं। आरोपितों ने बताया कि दिल्ली व हरियाणा मैं बैठे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा रहा था। मौके से पुलिस टीम को तीन लैपटॉप, दो मोबाइल, दो वाई-फाई राउटर व अन्य उपकरण बरामद हुए हैं। गिरफ्तार आरोपितों को एसटीएफ ने जेल भेज दिया। वहीं फरार साइबर ठगों की जानकारी जुटाने में एसटीएफ जुटी हुई है।

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