देहरादून। उत्तराखंड में लगातार बारिश का दौर जारी है। इससे कहीं भूस्खलन तो कहीं बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। सबसे अधिक परेशानी तो राष्ट्रीय राजमार्गों पर है। लगातार हो रही बारिश का साइड इफेक्ट भी देखने को मिल रहा है। पहले से ही भूस्खलन की मार झेल रहे मार्गों की स्थिति अबी भी खतरे से खाली नहीं है। जान जोखिम में डालने के बराबर है।
पहाड़ हो या मैदान सड़कों पर जरा-सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। मौसम के कहर से लगातार उत्तराखंड की सड़कों की सेहत बिगड़ती जा रही है। अतिवृष्टि से राज्य की सड़कें लगातार अवरुद्ध हो रही हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि रविवार को भीमबली हेलीपैड के सामने नदी के पार पहाड़ी से भूस्खलन हुआ है, जिससे मन्दाकिनी नदी में पानी का तालाब बन गया है। हालांकि किसी प्रकार से कोई जान-माल की क्षति नहीं हुई है। उन्होंने गौरीकुंड से रुद्रप्रयाग तक अलर्ट जारी किया है। नदी किनारे रह रहे लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति नदी के तरफ न जाएं। नदी किनारे रह रहे लोग सतर्क एवं अलर्ट रहें।
लोक निर्माण विभाग उत्तराखंड की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार रविवार को प्रदेश भर में कुल 119 मार्ग अवरूद्ध हुए हैं। 39 मार्ग गत शनिवार के अवरूद्ध थे। कुल 158 अवरूद्ध मार्गों में से 95 मार्गों को रविवार को खोल दिया गया है। शेष 63 मार्ग अवरूद्ध है। इसमें एक राष्ट्रीय राजमार्ग, पांच राज्य मार्ग, दो मुख्य जिला मार्ग, दो अन्य जिला मार्ग एवं 53 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध है। उक्त अवरूद्ध मार्गों को खोलने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक, राजमार्गों पर पांच, मुख्य जिला मार्गों पर दो, अन्य जिला मार्गों पर दो व ग्रामीण मार्गों पर 53 कुल 63 मशीनें युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं। लोक निर्माण विभाग उत्तराखंड मुख्यालय की ओर से अधिशासी अभियन्ताओं को अवरूद्ध मार्गों को प्राथमिकता से खोलने के निर्देश दिए गए हैं और निरन्तर मॉनिटरिंग की जा रही है।