काहिरा। गाजा सिटी में एक स्कूल-सह-आश्रय शिविर पर शनिवार सुबह इजराइल के हवाई हमले में 100 से अधिकफिलिस्तीनी मारे गए। फिलिस्तीन के स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक मरने वालों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। रॉयटर्स के मुताबिक हमास द्वारा संचालित गाजा सरकार के मीडिया कार्यालय ने एक बयान में कहा, हमला तब हुआ जब जब लोग नमाज़ अदा कर रहे थे। इस हमले में दर्जनों लोग घायल हुए हैं। स्थानीय मीडिया के अनुसार, स्कूल में आग लग गई है और बचाव दल उसे बुझाने के लिए काम कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की एंबुलेंस एवं आपात सेवा ने बताया कि मध्य गाजा के ताबीन स्कूल पर हुए हवाई हमले में 47 लोग घायल भी हुए हैं। इजराइली सेना ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उसने स्कूल के भीतर हमास के कमान केंद्र को निशाना बनाया। हालांकि, उसने इसकी पुष्टि के लिए कोई सबूत नहीं दिया। गाजा पट्टी के लगभग सभी स्कूलों का इस्तेमाल युद्ध के कारण अपना घर छोड़ने वाले लोगों के आश्रय के लिए किया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, छह जुलाई तक के आंकड़ों के तहत युद्ध के कारण गाजा में 564 स्कूलों में से 477 स्कूल सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं या तबाह हो चुके हैं। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, मध्य गाजा में जून में विस्थापित फिलिस्तीनियों के एक स्कूल-सह-आश्रय शिविर पर इजराइल की ओर से किए गए हमले में महिलाओं और बच्चें मारे गए थे। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका, कतर और मिस्र के मध्यस्थों ने दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम समझौते के लिए अपने प्रयास फिर से शुरू कर दिए है। इस प्रयास से तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनिया और मंगलवार को बेरूत में हिजबुल्ला कमांडर फौद शुकूर के मारे जाने के बाद से क्षेत्र में बढ़ते तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में इजराइल के हमलों में 39,600 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 91,700 से अधिक घायल हो गए हैं। पिछले साल सात अक्टूबर को चरमपंथी समूह हमास ने दक्षिणी इजराइल पर हमला कर दिया था जिसमें लगभग 1,200 लोगों की जान चली गई थी औ 250 अन्य को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद से ही यह युद्ध जारी है।