ढाका। बांग्लादेश में भीषण आगजनी और हिंसा के बीच हालात बेहद खराब हो गए हैं। स बीच खबर आई कि शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है और सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। राजधानी ढाका सहित देशभर में सेना तैनात कर दी गई है। कर्फ्यू लागू है। रिपोट्स में दावा किया गया है कि ढाका में हालात बेकाबू हो गए हैं। करीब चार लाख लोग हसीना सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं। राजधानी में जगह-जगह हिंसा और तोड़फोड़ हो रही है।
आर्मी चीफ ने की शांति बनाए रखने की अपील
बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकार-उज-जमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। आर्मी चीफ ने कहा कि आपकी मांगें हम पूरी करेंगे। तोड़ फोड़ से दूर रहिये। आप लोग हमारे साथ चलेंगे तो हम स्थिति बदल देंगे। मारपीट अराजकता संघर्ष से दूर रहिए।
पीएम आवास में घुसे प्रदर्शनकारी, बंगबंधु शेख मुजीब की मूर्ति पर चले हथौड़े
बांग्लादेश से सामने आए वीडियो में प्रदर्शनकारी बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति पर चढ़कर उसे तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। प्रदर्शनकारी इतने उग्र हो चुके हैं कि उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति पर चढ़कर हथौड़े चलाए।
शेख हसीना भारत के लिए रवाना
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना भारत के लिए रवाना हो गई हैं। कहा जा रहा है कि शेख हसीना के साथ उनकी बहन भी हैं। शेख हसीना के बेटे ने देश के सुरक्षाबलों से आग्रह किया है कि वे संभावित तख्तापलट के प्रयासों को सफल नहीं होने दें। इससे पहले सत्तारूढ़ अवामी लीग और मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी के शीर्ष नेतृत्व के बीच सेना हेडक्वार्टर में बड़ी बैठक हो रही है।
प्रदर्शनकारियों ने ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ का किया आह्वान, हिंसा में छह और लोगों की मौत
बांग्लादेश में हजारों प्रदर्शनकारियों के ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ के लिए एकत्रित होने के दौरान सोमवार को फिर से हुई हिंसा में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। इससे एक दिन पहले, बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़प में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गयी थी। सरकार ने प्रदर्शनकारियों द्वारा आम जनता से ‘लॉन्ग मार्च टू ढाका’ में भाग लेने का आह्वान करने के बाद इंटरनेट को पूरी तरह बंद करने का सुबह आदेश दिया।