रामगढ़। शुक्रवार को सिविल सर्जन कार्यालय, रामगढ़ के सभागार में जिला स्तरीय मदर्स एब्सोल्युट अफेक्शन कार्यक्रम से संबन्धित चार दिवसीय प्रशिक्षण का समापन किया गया। जिसमे मुख्य रूप से सभी प्रखंडों से एएनएम को यह प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण मे मुख्य रूप से नवजात बच्चों को स्तनपान कराने कि वास्तविक विधि, बच्चे को स्तन से लगाने कि स्थिति, बच्चे और माँ के लिए पूरक आहार आदि के बारे मे बताया गया। उन्हे बताया गया कि छः महीने तक बच्चों को केवल माँ का ही दूध पिलाना चाहिए और छः महीने बाद बच्चों को क्या – क्या पूरक आहार देना चाहिए। यह भी बताया गया कि अन्य कोई दूध यदि बच्चे को दिया जाए तो बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रतिकुल प्रभाव डाल सकता है साथ ही यह भी बताया गया कि समुदाय मे कार्य करने वाले फ्रंट लाइन वर्कर या सहिया दीदी लोग किस तरह से माताओं से बातचीत करे कि उन्हे स्तनपान कराने कि प्रेरणा मिले। सभी प्रशिक्षुओं को व्यावहारिक क्रिया द्वारा दिखाकर स्तनपान कि उचित विधि के बारे मे बताया गया।
सिविल सर्जन डॉ महलक्षमी प्रसाद ने आए हुए सभी प्रशिक्षुओं से कहा कि नियमित रूप से अपने कार्यस्थल पर जाएँ और दायित्वपूर्ण तरीके से अपने कार्य का निर्वहन करें। प्रशिक्षण समाप्ती के उपरांत सभी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्राप्ति प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। प्रशिक्षण का विधिवत शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ महलक्षमी प्रसाद एवं डॉ ठाकुर मृत्युंजय सिंह ने किया। प्रशिक्षक डॉ राजीव रंजन मिश्रा एवं डॉ पिनकी रानी पाठक ने संयुक्त रूप से प्र्तशिक्षण का कार्य किया। इसके अतिरिक्त उक्त प्रशिक्षण मे डीपीएमयू की पूरी टीम भी उपस्थित थी।