उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में भारी बारिश का रेड अलर्ट, उड़ान पर भी असर

 प्रदेश भर में 22 जुलाई तक भारी से भारी बारिश के आसार

देहरादून।  उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में 48 घंटे के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट है। कुमाऊं मंडल में 22 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं। ऐसे में मौसम वैज्ञानिकों ने कुमाऊं के कुछ जिलों के लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी है।

उत्तराखंड राज्य में पल-पल बदल रहे मौसम की वजह से पग-पग पर खतरे की संभावना के दृष्टिगत मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है और सतर्कता के साथ सावधानी बरतने की सलाह दी है। वहीं मौसम के कहर से उड़ान भी प्रभावित है। जॉलीग्रांट स्थित हवाई अड्डे पर कई उड़ानें रद्द हुई हैं तो कई उड़ानें विलंब हुई हैं। प्रदेश भर में 25 जुलाई तक बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने चंपावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ हिस्सों में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है जबकि, पौड़ी, पिथौरागढ़, बागेश्वर और अल्मोड़ा जिले के कुछ इलाकों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम निदेशक ने संभावित खतरे के दृष्टिगत लोगों को पहाड़ की यात्रा न करने की सलाह दी है। शासन से लेकर जनपद स्तर पर अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं। सुरक्षा तंत्र भी पूरी तरह चौकन्ना है।

बारिश ने उमस से दिलाई राहत

वैसे कुछ पर्वतीय जनपदों में अभी तक अपेक्षाकृत कम बारिश हुई है। चमोली और रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो निचले क्षेत्रों में बारिश अपेक्षाकृत कम हुई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार रविवार को प्रदेश भर में बारिश हुई। कुमाऊं मंडल के संभावित जनपदों में तो भारी बारिश हुई है वहीं दून समेत मैदानी इलाकों में बारिश होने से कुछ हद तक उमस से राहत मिली है।

गंगोत्री हाईवे बंद, दोपहर तक पैदल यात्रियों के लिए खुला रास्ता

गंगोत्री हाईवे बिशनपुर के पास मलबा व पत्थर आने से बंद हो गया। इससे दोनों ओर लंबा जाम लग गया। रास्ते में सैकड़ों कांवड़िए और यात्री फंसे रहे। रविवार दोपहर पैदल यात्रियों के लिए रास्ता खोल दिया गया, लेकिन वाहनों की आवाजाही में अभी समय लगेगा।

बारिश के बाद मलबा आने से उत्तराखंड के 54 मार्ग बंद

प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से 54 मार्ग बंद हो गए। लोक निर्माण विभाग के अनुसार बंद मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। टिहरी, बागेश्वर, नैनीताल व ऊधमसिंह नगर जिले में एक-एक राज्य मार्ग बंद हुआ है। शनिवार को जगह-जगह मलबा आने से कुल 75 मार्ग बंद हुए थे जबकि पहले से 50 मार्ग बंद थे। कुल बंद 125 मार्गों में से 71 मार्गों को खोल दिया गया है जबकि वर्तमान में 54 मार्ग बंद हैं। इसमें चार राज्य मार्ग, तीन मुख्य जिला मार्ग और 47 ग्रामीण मार्ग हैं। बंद मार्गों को खोलने के लिए 52 मशीनें लगाई गई हैं।

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