कोटा। राजस्थान की कोचिंग सिटी कहे जाने वाले कोटा में एक और छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मूल रूप से बिहार के नालंदा निवासी संदीप (16) 11वीं की पढ़ाई करने के अलावा ज्वाइंट इन्टरेंस एग्जामिनेशन (जेईई) की प्रवेश परीक्षा की भी पिछले दो साल से कोटा में महावीर नगर तृतीय इलाके में पीजी होस्टल में रहकर तैयारी कर रहा था। जबकि उसका एक भाई संजीत भी कोटा में ही कोचिंग ले रहा था, लेकिन वह अलग जगह दादाबाड़ी में रहता था।
जानकारी के अनुसार, संदीप कल रात मेस से खाना खाकर अपने कमरे में चला गया और उसके बाद वह वापस नहीं निकला। आज सुबह खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुला तो उसके साथी छात्र ने रोशनदान से झांका तो संदीप पंखे से लटका हुआ नजर आया। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोलकर शव को नीचे उतरने के बाद कोटा मेड़िकल कॉलेज के संलग्न चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवा दिया। साथ ही मृतक छात्र के परिजन को भी घटा की जानकारी दे दी है। अब उनके आने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा।
वहीं कोचिंग छात्र संजीव की आत्महत्या के मामले में एक बार फिर पीजी होस्टल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। जिस कमरे में संजीव रह रहा था, उसकी छत पर लगे पंखे के साथ एंटी हैगिंग डिवाइस नहीं लगा हुआ था, जबकि कोटा जिला प्रशासन पहले ही कई बार होस्टल प्रबंधन को एंटी हैगिंग डिवाइस लगाने के सख्त निर्देश दे चुका है जिनकी कई हॉस्टल संचालक लगातार उपेक्षा कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार, कोचिंग छात्र के कमरे से सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, इसलिए आत्महत्या करने के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।