नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के रतीभानपुर पुलराई गांव में सत्संग त्रासदी के 24 घंटे बाद मरघट जैसा सन्नाटा है। भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 116 लोगों की जान गई है। इस त्रासदी से हर कोई गमजदा है। देश शोकाकुल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल ही शोक जता चुके हैं।
इस त्रासदी पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकारियों ने मृतकों की संख्या 116 बताई है, जिनमें 108 महिलाएं, सात बच्चे और एक पुरुष है। भोले बाबा को दबोचने के लिए पुलिस हाथ-पांव मार रही है। वह भूमिगत है। उसका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ है।
हाथरस के सीएमओ मंजीत सिंह ने कहा है, “यहां पर 10 मरीज भर्ती हैं और सभी की हालत स्थिर है। यहां 38 शव आए थे। इनमें से चार को आगरा भेजा गया। बाकी 34 में से 30 शवों का पोस्टमॉर्टम कर भेज दिया गया है। दो को अभी भेजा जाएगा और दो अज्ञात हैं।” सीएमओ आगरा डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने कहा है, “21 शवों में से 17 की पहचान हो चुकी है और चार अभी भी अज्ञात हैं। 10 से अधिक पोस्टमार्टम हो चुके हैं। एक मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हुआ था और वह अब खतरे से बाहर है।” भोले बाबा का आगरा में सत्संग प्रस्तावित था। उस पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने रात को गांव पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर घटनास्थल पर पहुंचे तीन मंत्रियों असीम अरुण, संदीप सिंह और लक्ष्मी नारायण चौधरी ने रात को यहां निरीक्षण किया। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचेंगे।
हाथरस जिला प्रशासन ने आम लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 05722227041 और 05722227042 जारी किए हैं। भोले बाबा उर्फ साकार विश्व हरी का असल नाम सूरज पाल है। वह उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल रह चुका है। साथ ही इटावा में लगभग 28 वर्ष पहले एलआईयू (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) में तैनात रह चुका है। वर्तमान में उसके पास बाबा राम रहीम जैसी खुद की सिक्योरिटी टीम है।
इस त्रासदी पर जर्मनी, फ्रांस और चीन समेत कई देशों के राजदूतों ने शोक व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की। विदेशमंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह इस दुखद घटना से बहुत व्यथित हैं। उन्होंने कहा है कि भगदड़ की इस घटना से वह व्यथित हैं। शोक जताने वाले राजनायिकों में भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन, चीनी राजदूत शू फेइहोंग, भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ और इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन शामिल हैं।