देहरादून। भाजपा ने उत्तराखंड में मंगलौर एवं बद्रीनाथ उप चुनाव में जो उम्मीदवार उतारे है उससे स्पष्ट है कि भाजपा को आप अपने प्रदेश के नेताओं पर भरोसा नहीं है, मंगलोर से एक पैराशूट प्रत्याशी खड़ा करने का कार्य किया है वही बद्रीनाथ से राजेंद्र भंडारी मैदान में हैं जो की कांग्रेस के नेता थे भाजपा में अभी शामिल हुए थे। भाजपा के प्रत्याशी चयन से उनकी निराशा साफ दिख रही है, दूसरे हाथ कांग्रेस की जीत निश्चित है, मंगलोर से क़ाज़ी निजामुद्दीन जो पहले भी विधायक रहे हैं जनता के बीच काफी सक्रियता से रहते हैं और जनहित के कार्यों में सदैव लगे रहते हैं, वही बद्रीनाथ से भंडारी का हारना तय है क्यूंकि उन्हें जनता ने कांग्रेस के नाम पर जिताया था, जो वोट भंडारी को मिले थे वो उनके नहीं थे वो वोट कांग्रेस के थे। भाजपा की ये हालत है कि प्रदेश हो या देश वो सिर्फ आयात किए हुए नेताओं से अपनी सरकारें चला रहे हैं, उत्तराखंड में भी जितने भी मंत्री हैं उसमें से अधिकतर कांग्रेस के ही नेता शामिल है। कांग्रेस मुक्त भारत करते करते आज कांग्रेस युक्त भाजपा हो गई है।