उत्तराखण्ड प्रदेश चल रहा संविदा अधिकारियों के भरोसे
वरिष्ठ, क्षमतावान एवं कार्यकुशल अधिकारियों का गिराया जा रहा है मनोबल : करन माहरा
देहरादून ।उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने उत्तराखण्ड राज्य में मुख्य सचिव सहित कई विभागों में उच्चाधिकारियों को दिये जा रहे लगातार सेवा विस्तार पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के इस फैसले पर नाराजगी व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड शासन एवं विभिन्न विभागों में एक के बाद एक किये जा रहे अधिकारियों के सेवा विस्तार से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य में क्षमतावान योग्य अधिकारियों की भारी कमी है। शासन स्तर पर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, पीडब्लूडी चीफ, सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियन्ता, उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के महानिदेशक, उत्तराखण्ड पॉवर कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक, पिटकुल के प्रभारी प्रबन्ध निदेशक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर बार-बार सेवा विस्तार देकर इन विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की कार्यकुशलता एवं मनोबल तो गिर ही रहा है उनसे उनका वरिष्ठता का अधिकार भी छीना जा रहा है जो कि न्यायोचित प्रतीत नहीं होता है।
करन माहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा विभागीय पदोन्नति के स्थान पर बार-बार उच्च पदों पर विराजमान अधिकारियों को बिना मजबूत आधार के लगातार सेवा विस्तार देकर विभाग के अन्य प्रतिभावान अधिकारियों के साथ नाइंसाफी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सेवा विस्तार प्राप्त करने वाले अधिकारियों की उच्च स्तर पर मजबूत राजनैतिक पकड के चलते विभागों में भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिल रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि शासन एवं विभागों में दिये जा रहे सेवा विस्तार पर तुरंत रोक लगाई जाय तथा उच्च अधिकारियों का सेवा विस्तार समाप्त करते हुए विभाग के क्षमतावान एवं योग्य अधिकारियों को पदोन्नति के माध्यम से विभागाध्यक्ष जैसे पदों पर नियुक्त किया जाय।