महिलाएं हैं मजबूर, भाजपाई सत्ता में अपराध भरपूर ,रक्षक ही बन गया भक्षक : गरिमा

देहरादून । रायपुर थाना क्षेत्र के मयूर विहार चौकी इंचार्ज द्वारा एक महिला से दुष्कर्म मामले में उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दसोनी ने कहा की भाजपा राज में जिस तरह से बलात्कारियों और व्यभिचारियों को प्रश्रय मिल रहा है उससे अब पुलिस कर्मियों के होंसले भी बुलंद हो रहे हैं।

गरिमा ने कहा की आज भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा यदि कोई प्रताड़ित है तो वह मातृ शक्ति हैं, महिलाएं हैं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार का नारा बन गया है, बलात्कारी बचाओ बलात्कारी भगाओ। भाजपा में अत्याचारियों, व्याभिचारियों, भ्रष्टाचारियों सबको शरण दी जाती है, और जो बेटियां गुहार लगाती हैं उन्हें सजा दे दी जाती है। दसोनी ने कहा की ताजा मामला योगा ट्रेनर का है जिसका पति कनाडा में रहता है, फरवरी 2023 में उनके घर में चोरी हुई और उसकी शिकायत करने वह मयूर विहार चौकी इंचार्ज मनोज भट्ट के संपर्क में आई परंतु पीड़िता को क्या पता था की रक्षक ही भक्षक बन जाएगा। गरिमा ने कहा कि पिछले दिनों जनपद चमोली की दो नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म की खबरें आई,पुरोला में एक अध्यापक के द्वारा अपनी ही नाबालिग शिष्या के साथ किए दुष्कर्म मामले में लीपापोती का भरसक प्रयास किया गया।

गरिमा ने कहा की मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं के खिलाफ अपराध दर 64.4 प्रतिशत हो गई है, जो 2014 में 54 प्रतिशत थी। पिछले दस सालों में महिला अपराधों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।

आज देश के कोने कोने से भाजपा राज में महिलाओं की चीख-चीत्कार सुनाई दे रही है। जिस बेटी ने भाजपा सरकार से गुहार लगाई उस बेटी ने सजा पाई। हाथरस से हासन तक, मणिपुर से उन्नाव तक, पौड़ी गढ़वाल से सोनभद्र तक, कैसरगंज से वाराणसी तक भाजपाई सत्ता की सरपरस्ती बलात्कारियों के साथ है।

आज महिलाएं भाजपा सराकर में हर तरह से प्रताड़ित की जा रही हैं, दुष्कर्म से, महंगाई से, अपनी काबिल संतानों की बेरोजगारी से, कुपोषण से, कार्यस्थलों पर हो रहे भेदभावों से।

आज समूचे देश की महिलाएं एक स्वर में यह आवाज उठा रही हैं कि मोदी सरकार को हटाइये महिलाओं को सशक्त बनाइये।

जैसे कैसरगंज से भाजपा ब्रजभूषण शरण सिंह पर अन्तर्राष्ट्रीय महिला कुश्ती पहलवान बेटियों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप तय कर दिये गये हैं, मगर दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि उनके सुपुत्र को भाजपा द्वारा प्रत्याशी बनाकर महिला पहलवानों का अपमान किया गया है।

हासन कर्नाटक से भाजपा गठबंधन दल के सांसद प्रज्वल रेवन्ना की दरिंदगी के आरोप देश में आज चर्चा का विषय बने हुए हैं। हजारों यौन उत्पीड़न आरोपों को जानने के बावजूद प्रधानमंत्री ने उन्हें सार्वजनिक सभा में आर्शीवाद देकर उनके लिए समर्थन मांगा।
चाहे उन्नाव से कुलदीप सेंगर हो, उ0प्र0 के रामदुलार गोड़ हो, कर्नाटक के रमेश जारकीहोली, वाराणसी से कन्हैयालाल मिश्र, उत्तराखंड के पुलकित आर्या, हरियाणा के संदीप सिंह सैनी, बीएचयू के दोषी कुणाल, आनंद और सक्षम पटेल, केरल के पदम राजन इन सब पर गंभीर धाराओं में महिला दुष्कर्म के आरोप दर्ज होने के बावजूद भाजपा सरकारों की सरपरस्ती कायम है।

गृह मंत्रालय द्वारा हाल ही जारी की गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि आज उत्तराखंड नौ हिमालयी राज्यों में महिला अपराधियों के गढ़ में तब्दील कर हो गया है।

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