संयुक्त निदेशक पर धनराशि का दुरुपयोग, जिला पंचायत रुद्रप्रयाग के अंतर्गत वाहन पार्किंग के लिए समय पर निविदा के आमंत्रण एवं स्वीकृति प्रक्रिया में लापरवाही बरतने तथा बीते माह मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर मदिरा पान कर यात्रियों के साथ अभद्रता का आरोप है
देहरादून । सरकार ने पंचायती राज विभाग के संयुक्त निदेशक राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी के खिलाफ वित्तीय अनियमितताएं सहित कई आरोपों की पुष्टि होते ही उनके खिलाफ जांच की प्रक्रिया को हरी झंडी दे दी है। संयुक्त निदेशक राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी पर आरोप है कि वित्तीय वर्ष 2022—23 में आरजीएसए के तहत क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आवंटित 15 करोड़ से अधिक की धनराशि का दुरुपयोग,समय पर जिला पंचायत रुद्रप्रयाग के अंतर्गत वाहन पार्किंग के लिए समय पर निविदा के आमंत्रण एवं स्वीकृति प्रक्रिया में लापरवाही बरतने ,बीते माह मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर मदिरापान कर यात्रियों के साथ अभद्रता का आरोप है। इस क्रम में शासन ने पंचायत राज के संयुक्त निदेशक के खिलाफ लगे आरोपों की पड़ताल के लिए स्वीकृति दे दी है।
इस संबंध में विभाग के सचिव हरि चंद्र सेमवाल की ओर से सोमवार को संयुक्त निदेशक राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र भी जारी कर दिया गया है।
इधर विभाग के सचिव हरि चंद्र सेमवाल ने बताया कि संयुक्त निदेशक के खिलाफ एक्शन भी शुरू कर दिया गया है। साथ ही इस बावत उनको शासन की ओर से इस बारे में एक पत्र भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिनों के अंदर शासन को साक्ष्य के साथ जवाब पेश करने को भी कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर नियम के मुताबिक उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पंचायती राज के सचिव सेमवाल ने बताया कि रुद्रपुर में पार्किंग की व्यवस्था समय पर हो जाती तो वहां अनावश्यक देरी नहीं होती। हालांकि इस दौरान प्रदेश आदर्श आचार संहिता लगी थी लेकिन यदि समय पर राज्य निर्वाचन आयोग से अनुमति लेकर निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गयी होती तो इस तरह की समस्या पैदा नहीं होती और समय पर ही पार्किंग से जुड़े सारे कार्य हो जाते। रुद्रप्रयाग में चारधाम यात्रा के मद्देनजर पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करने की जिम्मेदारी भी उस दौरान संयुक्त निदेशक पर ही थी। इस महत्वपूर्ण काम में भी संयुक्त निदेशक ने लापरवाही बरती है।