अमरोहा (उप्र)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनाव देश के भविष्य का चुनाव है जिसमें जनता का एक-एक वोट भारत के भाग्य को सुनिश्चित करेगा। प्रधानमंत्री ने अमरोहा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कंवर सिंह तंवर के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा गांव, गरीब के लिए बड़े दृष्टिकोण और बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ रही है लेकिन विपक्षी गुट ‘इंडिया’ के लोगों की सारी शक्ति गांव, देहात को पिछड़ा बनाने में लगती है।
उन्होंने कहा कि इस मानसिकता का सबसे बड़ा नुकसान अमरोहा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे क्षेत्रों को उठाना पड़ा है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने अमरोहा के रहने वाले क्रिकेट खिलाड़ी मोहम्मद शमी की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘ क्रिकेट वर्ल्ड कप में भाई मोहम्मद शमी ने जो कमाल किया वो पूरी दुनिया ने देखा है। खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए केंद्र सरकार ने उन्हें अर्जुन पुरस्कार दिया है और योगी सरकार यहां के युवाओं के लिए स्टेडियम भी बनवा रही है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ अमरोहा की एक ही थाप है- कमल छाप! और अमरोहा का एक ही स्वर है – फिर एक बार मोदी सरकार।’’ अमरोहा केवल ढोलक ही नहीं, देश का डंका भी बजाता है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण पर मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ‘‘मेरा सभी मतदाताओं से अनुरोध है कि संविधान से मिले इस अधिकार का उपयोग जरूर करें। विशेषकर मैं अपने युवाओं से आग्रह करूंगा, जो पहली बार वोट डालने जा रहे हैं कि वे ऐसा मौका जाने न दें, अवश्य वोट करें।’’
मोदी ने कहा कि अमरोहा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का ये क्षेत्र अपने मेहनती किसानों के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा सरकारों में यहां के किसानों की समस्याओं को न सुना जाता था और न देखा जाता था और न ही उनकी परवाह की जाती थी लेकिन भाजपा सरकार किसानों की समस्याओं को कम करने के लिए दिन रात काम कर रही है।
पीएम मोदी ने कहा, योगी जी ने गन्ना किसानों की चिंता की। अमरोहा के गन्ना किसान कभी नहीं भूल सकते कि पहले उन्हें भुगतान के लिए कितना परेशान किया जाता था। लेकिन आज प्रदेश में गन्ने की रिकॉर्ड खरीद के साथ ही रिकॉर्ड भुगतान हो रहा है। जब सपा की सरकार थी, तो अमरोहा के गन्ना किसानों को साल में औसतन सिर्फ 500 करोड़ रुपये का भुगतान होता था। जबकि योगी जी की सरकार में यहां हर साल करीब 1.5 हजार करोड़ रुपये का भुगतान गन्ना किसानों को हुआ है।