देहरादून। उत्तराखंड में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है। इसलिए राज्य के राजनीतिक गलियारों में तेज हलचल देखने को मिल रही है। एक तरफ जहां भाजपा पांचों सीट जीतने का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस भी टक्कर का मुकाबला करने को तैयार है। चुनावों की इस गहमागहमी के बीच कांग्रेस के नेताओं को ईडी का समन जाने से सियासत गरमा गई है।
पहले पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को तो अब कांग्रेस पौड़ी गढ़वाल सीट से उम्मीदवार गणेश गोदियाल को तीन नोटिस भेजे गए हैं। इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि ये सीधे-सीधे चुनावों को प्रभावित करने की साजिश है। चाहे वो हरक सिंह रावत को ईडी का समन हो या गणेश गोदियाल को नोटिस। उन्होंने कहा कि दो वर्ष पहले हरक सिंह रावत के खिलाफ विजिलेंस की जांच बैठी, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अब चुनाव से पहले हरक, उनके परिवार और मित्रों को ईडी का समन दिया गया।
इसी तरीके से गणेश गोदियाल की जैसे ही नामांकन की तिथि आई, उन्हें तीन नोटिस भेज दिए गए। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने आरोप लगाया कि ये दबाव की राजनीति है, जो भाजपा की हताशा और निराशा दर्शाती है। चुनाव के समय किसी उम्मीदवार को इस तरीके से प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए।