रामगढ़। गोवर्धन पीठ पूरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु संकराचार्य अगोछानंद महाराज ने प्रशिद्ध शिद्धपीठ राजरप्पा स्थित माता छिन्नमस्तिके का सवा मन लड्डुओं से भोग लगाकर विधिवत पूजन किये। इसके बाद दामोदर-भैरवी संगम के निकट बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।पूजन उपरांत मंदिर न्यासः समिति की ओर से 51 किलो के फूल माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया गया।इस दौरान उन्होंने कहा की नवंबर 2021 से 52 शक्तिपीठ और 12 ज्योतिर्लिग के दर्शन के क्रम में अखंड भारत भर्मण में निकले है।महान शक्तिपीठ छन्नमस्तिके माँ के चरणों मे आकर धन्य हो गए।उन्होंने कहा कि शक्तिपीठों और ज्योतिर्लिंगों के पूजन से भारत अखंडता की ओर बढ़ रहा है।आगे कहा की एक बार फिर बहुत जल्द विभाजित भारत अखंड भारत के रूप में नजर आएगा।आज के 18 देश है जो कभी भारत के अंग हुआ करते पर आज स्वतन्त्र देश के रूप में जाने जाते है फिर से वो भारत के संप्रभुता को स्वीकारेंगे और भारत फिर से अखंड भारत होगा।मौके पर शुभाशीष पंडा, असीम पंडा, जयंत पंडा,विनोद पंडा उर्फ लाल बाबा,सुबोध पंडा,प्रवीर पंडा सहित न्यास समिति के अन्य मौजूद थे।